4 सालों से बंद पड़ी हैं सिमें, बायोमेट्रिक मशीन से राशन वितरण करने में पेश आ रही दिक्कत
बायोमेट्रिक मशीनें ना चलने के कारण डिपो धारकों को राशन वितरण करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि बीते 4 वर्षों से भाजपा सरकार में बायोमेट्रिक मशीनें राशन वितरण के लिए दी गई थी . उनमें सिग्नल की समस्या पेश आती है जिसके चलते राशन का वितरण सही ढंग से नहीं हो पाता है. जिस कारण डिपुओं के बाहर राशन लेने वालों की लंबी-लंबी लाइने लग जाती हैं . जिस कारण लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
अशोक कवि ने बताया कि डिपू धारकों को बायोमेट्रिक मशीनों में डालने के लिए जो सिम कार्ड दिए हैं वह बीते 4 वर्षों से बंद पड़ी है. डिपू धारकों को अपने निजी सिम कार्ड का उपयोग करके जैसे तैसे राशन वितरण करना पड़ रहा है. जिस कारण समस्या पेश आ रही है.
वहीं डिपू संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि कंपनी द्वारा जो सरवर लगाया गया है वह कई दिनों तक बंद रहता है. जिस कारण परेशानी पेश आती है . उन्होंने नई सरकार से अनुरोध करते हुए कहा सरवर की समस्या से निजात दिलाई जाए और डिपुओं में नेट की सुविधा भी सरकार मुहैया करवाई जाए. अशोक कवि ने बताया कि जब मशीनें डिपुओं लगाई गई थी तो कंपनी को ही मशीनों का रखरखाव और इंटरनेट की सुविधा मुहैया करवाने के लिए एमओयू सरकार के साथ साइन हुआ था. लेकिन कंपनी ने किसी भी तरह की सुविधा डिपू धारकों को नहीं दी है.