शिमला न्यूज़: रिपन अस्पताल में स्टाफ की कमी से मरीजों को हो रही परेशानी सरकार दूर करेगी। अस्पताल में स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए सरकार विशेष प्रयास करेगी। रिपन अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे. इसके अलावा उन्होंने केएनएच अस्पताल का दौरा भी किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में मरीजों के लिए 274 बिस्तर हैं और आज केएनएच में स्टाफ नर्स, सफाई कर्मचारी और ओटीटी के रिक्त पदों की कमी है, जिसे भरने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री ने शिमला के दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि रिपन अस्पताल में मरीजों के लिए 300 बेड हैं और इस अस्पताल में स्टाफ की भी कमी है, जिसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के अस्पताल लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने कोविड काल में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की गई मेहनत और कार्यों की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि हमें अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, साथ ही स्वागत कक्ष या गाइडेंस सेल भी जरूरी है, ताकि मरीजों को इधर-उधर न भटकना पड़े. इस मौके पर स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों ने अस्पताल की अन्य समस्याओं को भी स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष रखा. स्वास्थ्य मंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल व केएनएच के मरीजों से सीधा संवाद स्थापित कर उनका हालचाल जाना. स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल मानसिक एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज का दौरा किया स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल मानसिक एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और वर्तमान में कुल 50 मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में मनोचिकित्सक, नर्स और ड्राइवर के रिक्त पद सामने आए हैं, जिन्हें समयबद्ध तरीके से भरा जाएगा.