शांता की चेतावनी, अतिक्रमण शुरू में ही रूक जाए, तो बुलडोजर की क्या जरूरत
पालमपुर
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि तुर्किये और सीरिया में भंयकर भूचाल से लगभग 50 हजार लोग मारे गए और लगभग एक लाख लोग घायल हुए हैं। इस त्रासदी का सबसे शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि आधे लोग भूचाल, तो आधे भ्रष्टाचार से मरे हैं। भ्रष्टाचार के कारण बिल्डर और ठेकेदारों ने बेईमानी की। नतीजा यह निकला कि व्यक्तिगत लोगों के घर बहुत कम गिरे, सरकारी इमारतें तथा बिल्डरों और ठेकेदारों द्वारा बनाए भवन ध्वस्त हो गए। अब वहां की सरकार बिल्डर और ठेकेदारों को पकडक़र जेल में डाल रही है। उन्होंने कहा कि भारत में भ्रष्टाचार करने वाले और भ्रष्टाचार होने देने वालों की आंखें खुल जानी चाहिएं। भारत का बहुत सा क्षेत्र विशेष कर हिमाचल भूचाल के नाजुक जोन में है। पूरे देश में अतिक्रमण और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार होता है। कई जगह अवैध निर्माण हो जाता है। सालों बाद अदालत के फैसले होने पर उन्हें गिराया जाता है। बुलडोजर का सब जगह उपयोग होने लगा है।
सबसे महत्त्वपूर्ण प्रश्न यह है कि जब अवैध निर्माण का काम शुरू होने लगा था, तो सरकार ने रोका क्यों नहीं। यदि शुरू से ही ऐसी अवैध गतिविधियां रोक दी जाएं, तो बाद में बुलडोजर चलाने की नौवत न आए। शांता कुमार ने कहा कि जापान में सबसे अधिक भूकंप आते है। वहां शोध करके भवन निर्माण बनाने की नई तकनीक बनाई गई है, भ्रष्टाचार नहीं होता। जापान में भूकंप से बहुत कम हानि होती है। उन्होंने कहा तुर्की के ही इरजन नगर के मेयर ने यह दावा किया है कि उनके क्षेत्र में ईमानदारी से भवन निर्माण हुआ, इसलिए वहां कोई भी घर नहीं गिरा, एक भी व्यक्ति नहीं मरा, समाचार पढ़ कर हैरानी हुई। शांता कुमार ने कहा नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में बहुत कुछ बदल रहा है। केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई भी आरोप नहीं लगा सकता। परंतु दुर्भाग्य से प्रशासन में नीचे के स्तर पर भ्रष्टाचार लगभग वैसे ही हो रहा है। तुर्किये का भूचाल भारत के लोगों की आंखे खोलने के लिए काफी है। भूचाल से ही लोग नहीं मरेंगे, भ्रष्टाचार के कारण भी मौत होगी।