शिमला न्यूज़: कीरतपुर-नेरचौक फोर लेन का सेफ्टी रोडमैप तैयार कर लिया गया है। इसके तहत तीन जिलों बिलासपुर और मंडी में पुलिस थाने स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इतना ही नहीं इस फोरलेन पर थर्ड आई का भी कड़ा पहरा रहेगा। बिलासपुर से नेरचौक तक फोरलेन पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। जिला बिलासपुर के 44 किलोमीटर लंबे फोरलेन में पांच आइटीएमएस, सात वीडियो सर्विलांस कैमरे, दो एक्सीडेंट डिटेक्शन कैमरे और 60 छोटे कैमरों से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा बिलासपुर में फोरलेन पर क्रेन के अलावा एल्कोसेंसर की उपलब्धता के साथ स्पीडगन, बेरिकेड्स भी चिन्हित स्थानों पर लगाए जाएंगे।
हालांकि कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का अभी तक उद्घाटन नहीं हो सका है। लेकिन प्रशासन और एनएचएआई की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि इस फोर लेन का जल्द से जल्द उद्घाटन हो। इसके लिए पीएमओ को रिपोर्ट भी भेजी जा चुकी है, जिससे जल्द ही इस फोर लेन का उद्घाटन होने की संभावना है। पुलिस प्रशासन के अनुसार जिला बिलासपुर में 24 घंटे फोरलेन पर दो चार पहिया व दो दोपहिया वाहन तैनात रहेंगे. बिलासपुर जिले में थाने के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश की जा रही है। इस थाने में थाना प्रभारी समेत 32 पुलिसकर्मियों का स्टाफ उपलब्ध रहेगा।
फोरलेन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और निर्माण कंपनी ने जून के पहले पखवाड़े में इसे यातायात के लिए शुरू करने का लक्ष्य रखा है. उद्घाटन के बाद इसे पूरी तरह से यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
फोरलेन पर पांच टोल प्लाजा हैं जिसके तहत पहला पंजाब-हिमाचल सीमा पर है, जो पंजाब राज्य में पड़ता है, जबकि दूसरा बिलासपुर जिले के बलोह में स्थित है, जबकि दो मंडी जिले में हैं।