दयाल प्यारी की नियुक्ति पर बवाल, महासचिव रजनीश किमटा के साथ गंगूराम सहित पदाधिकरियों की हुई नोकझोंक
प्रदेश कांग्रेस द्वारा दयाल प्यारी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव नियुक्त करने पर बवाल मच गया है. पच्छाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी इस नियुक्ति के विरोध में उतर आई है.
जनता से रिश्ता। प्रदेश कांग्रेस द्वारा दयाल प्यारी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव नियुक्त करने पर बवाल मच गया है. पच्छाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी इस नियुक्ति के विरोध में उतर आई है. सोमवार को पच्छाद ब्लॉक कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचा. कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में संगठन महासचिव रजनीश किमटा से मुलाकात की और इस नियुक्ति का विरोध जताया.
इस दौरान रजनीश किमटा के साथ पार्टी पदाधिकारियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई. कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह की नियुक्तियां कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पूरे मंडल ने इस्तीफा देने की भी पेशकश की है. इससे पहले सोलन नगर निगम चुनाव के दौरान दिल्ली में प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के समक्ष दयाल प्यारी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई थी. उस वक्त भी दयाल प्यारी को कांग्रेस में शामिल करने के लिए न तो ब्लॉक कांग्रेस कमेटी से कोई प्रस्ताव आया था, न ही जिला कांग्रेस कमेटी ने उनके नाम का अनुमोदन किया था.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर ने रजनीश किमटा को दो टूक चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि पच्छाद के साथ जिस तरह की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं है. प्रतिनिधिमंडल में 200 से अधिक कार्यकर्ता शामिल थे. संगठन महासचिव रजनीश किमटा से मुलाकात के बाद प्रतिनिधि मंडल ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से मुलाकात की. राठौर ने कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर शान्त करवाया.