शिमला। पिछले 3 दिनों से मौसम के करवट लेने के कारण फिर से न केवल ठंडक का अहसास हुआ अपितु बारिश व ओलावृष्टि के साथ तेज हवाओं के चलने से नुक्सान भी हुआ है। वीरवार को ऑरैंज अलर्ट के बीच राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जमकर मेघ बरसे। इस दौरान कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ और कई जगह मार्ग अवरुद्ध भी हुए, जिसमें मुख्य रूप से शिमला-ठियोग-रामपुर हाईवे ठियोग के पास बंद हो गया है। पिछले 24 घंटों में धर्मपुर में 67, बिजाही में 60, कुमारसैन व गग्गल में 55, ऊना, सलूणी व तीसा में 46, अर्की व खैरी में 45, सुुंदरनगर, गुलेर व नारकंडा में 43 व शिमला में 32 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है। जिला ऊना में तूफान व बारिश से विद्युत बोर्ड को लाखों रुपए का नुक्सान पहुंचा है। कहीं पर 11 केवी एचटी लाइनों, कहीं एलटी लाइनों, कहीं बिजली के पोल टूटे तो कहीं विद्युत ट्रांसफार्मरों को क्षति पहुंची है। गांव रैंसरी में तूफान के कारण वार्ड नंबर-6 में सोलर लाइटें उखड़कर गिर गईं। धर्मसाल महंतां में एक दुकान की छत सड़क पर आ गिरी। पंडोह और लारजी डैम से वीरवार रात को पानी छोड़ा गया है जिसको लेकर शुक्रवार को जिला प्रशासन ने लोगों व पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने की अपील की है।
एडीएम अश्वनी कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिन पहले मौसम साफ रहने के चलते पहाड़ों पर गिरी बर्फ तेजी से पिघली और पंडोह और लारजी डैम के जलस्तर में इजाफा हो गया। इसी के मद्देनजर पंडोह और लारजी डैम से पानी छोड़ा गया है। चम्बा जिले के शिक्षा खंड सलूणी के राजकीय प्राथमिक स्कूल चिल्ली के भवन से कुछ ही दूरी पर स्थित देवदार के पेड़ पर आसमानी बिजली गिर गई। इससे पेड़ के चीथड़े उड़ गए। राहत की बात यह रही कि स्कूली बच्चों, शिक्षकों को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है। हालांकि पेड़ के कुछ टुकड़े स्कूल के रसोई घर के पास जाकर गिरे हैं। उस दौरान मिड-डे मील वर्कर अंदर खाना बना रहे थे। आवाज सुनते ही स्कूल का स्टाफ व बच्चे बाहर निकल आए थे। स्कूल प्रभारी चैन सिंह ने बताया कि किसी को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंद्र पाल ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 26 से 28 मई तक यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि 29 से मौसम के साफ व शुष्क रहने की संभावना हैं। उधर, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार वीरवार शाम 6 बजे तक राज्य में 171 बिजली ट्रांसफार्मर और 19 सड़कें अवरुद्ध रहीं। धौलाकुआं में सर्वाधिक 32.1 डिग्री तापमान रिकाॅर्ड किया गया है जबकि राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री रहा।