सत्ता हासिल करने के लिए पूर्व सरकार ने किया जल जीवन मिशन का दुरुपयोग: मुकेश अग्निहोत्री
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शिमला। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि पूर्व सरकार ने सत्ता हासिल करने के लिए अपने कार्यकाल के आखिरी 4 माह में जल जीवन मिशन का दुरुपयोग किया। सरकार बचाने के लिए पाइपों को हथियार बनाया गया तथा 4 माह में बेरहमी से पाइपों की सप्लाई की। इन पाइपों का प्रयोग झंडे लगाने और कुर्सी व चारपाइयां बनाने के लिए किया गया। भाजपा नेताओं के आंगन में पाइपों के भंडार बनाए गए थे। यह बात उन्होंने बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक केवल सिंह पठानिया के सवाल का जवाब देते हुए कही। उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार ने मिशन के तहत 2000 करोड़ रुपए की पाइपें खरीदीं, जिसमें से 1709 करोड़ की केवल 1.92 लाख मीट्रिक टन जीआई पाइपें खरीदी हैं। उन्होंने कहा कि अब मिशन समाप्ति की ओर है तथा पूर्व सरकार ने पाइपें बिछाने से पहले पानी के स्रोतों को सुदृढ़ नहीं किया। इस कारण नलों से हवा बह रही है, हम पानी बहाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि 5500 करोड़ रुपए का यह मिशन वर्ष 2024 में समाप्त हो रहा है, लेकिन पूर्व सरकार ने इसे 2 साल पहले ही निपटा दिया।
विधायक सुखराम चौधरी के अन्य सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत 922795 नल के कनैक्शन लगाए गए हैं तथा अब राज्य में 36463 नल कनैक्शन लगाने शेष रह गए हैं, जिन्हें समय पर लगा दिया जाएगा। विधायक चंद्रशेखर ने इस दौरान जल जीवन मिशन को लेकर श्वेत पत्र लाने की मांग की। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आप जीत कर यहां आए हैं। इससे बड़ा श्वेत पत्र और क्या हो सकता है। विधायक विनय कुमार ने कहा कि अधिक कनैक्शन देने के कारण नल विदाऊट जल हैं। उन्होंने सरकार से इनमें पानी का प्रावधान करवाने की मांग की। इस दौरान विधायक रणधीर शर्मा, राजेश धर्माणी व जयराम ठाकुर ने भी अनुपूरक सवाल किए। उपमुख्यमंत्री ने विधायक राकेश जम्वाल के सवाल के जवाब में बताया कि करसोग के चरखड़ी हट का कार्य 50 फीसदी पूरा हो चुका है तथा इसका शेष कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह निहरी निरीक्षण कुटीर का निर्माण 70 फीसदी पूरा हो चुका है।