शिमला। धर्मशाला में क्रिकेट के विश्व कप मैचों से पहले एक सरकारी कार्यालय के बाहर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे जाने का पुलिस मुख्यालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। इसी कड़ी में सभी पहलुओं को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने धर्मशाला और मैक्लोडगंज में 5 अतिरिक्त गश्ती दल और स्थानीय खुफिया इकाइयां सक्रिय कर दी हैं। ये गश्ती दल और खुफिया इकाइयां पूरे जिले में सघन निगरानी रखेंगी। इसके साथ ही आगामी विश्व कप मैचों के दौरान समन्वय और तेजी से खुफिया जानकारियों के आदान-प्रदान को लेकर सैन्य खुफिया, आईबी और सीआईडी इकाइयों के अधिकारियों के साथ धर्मशाला में एक संयुक्त बैठक भी की गई है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार बीते 3 अक्तूबर की मध्यरात्रि को जल शक्ति विभाग सर्कल कार्यालय धर्मशाला के पास एक दीवार पर काले रंग से खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा हुआ पाया गया। इस बाबत पुलिस स्टेशन धर्मशाला में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार धर्मशाला में सामने आए मामले की छानबीन के तहत घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई है। इस दौरान 2 संदिग्ध की पहचान की गई है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि संदिग्धों ने नारा लिखने के बाद उसकी तस्वीरें भी खींची। ऐसे में सैल फोन विश्लेषण भी किया जा रहा है। देश विरोधी नारे लिखने के बाद एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। उसमें कथित तौर पर एसएफजे जनरल काऊंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू की आवाज सुनाई दे रही है तथा एकदिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच के दौरान बड़ी साजिश को अंजाम देने का दावा किया गया है, साथ ही हिमाचल प्रदेश बनेगा खालिस्तान का उल्लेख है और कनाडा में निज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए धर्मशाला में खालिस्तान समर्थित चित्र और झंडे बनाने की बात कही गई है। प्रदेश पुलिस महानिदेशक डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि धर्मशाला में सामने आए मामले की जांच जारी है। 2 संदिग्धों को पकड़ा गया है। साथ ही धर्मशाला और मैक्लोडगंज में सुरक्षा पहरा कड़ा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी विश्व कप मैचों के दौरान समन्वय और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए विभिन्न सुरक्षा एजैंसियों के साथ बैठक भी की गई है।