BRO के लापता मजदूर का नहीं मिला कोई सुराग, हुआ था हिमस्खलन, आए थे चपेट में

Update: 2023-02-07 16:57 GMT
केलांग, 7 फरवरी :लाहौल-स्पीति जिला के सीमा क्षेत्र चीका के समीप हिमस्खलन की चपेट में आने से बीआरओ के दो दिहाड़ी मजदूर की मौत हो गई थी। उनके शव बरामद कर परिजनों को सौंप दिए गए थे, लेकिन एक प्रवासी मजदूर को रेस्क्यू टीम मंगलवार को भी ढूंढने में विफल रही। मजदूर की पहचान पासँग छेरिंग लामा (27) पुत्र लुंडुप लामा गांव चोरा पतरासी, जुमला निवासी नेपाल के रूप में हुई है।
सर्च ऑपरेशन के दौरान रेस्क्यू टीम
उपायुक्त सुमित खिमटा ने बताया कि रेस्क्यू टीम सुरक्षित वापस केलांग मुख्यालय देर शाम तक पहुंच रही है। ऑपरेशन को बुधवार को फिर से शुरू किया जाएगा। भारतीय तिब्बत बॉर्डर पुलिस की द्वितीय वाहिनी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सीमा सड़क संगठन के साथ समन्वय स्थापित कर संचालित किया गया। 
भारी बर्फबारी से दारचा में भी सड़क मार्ग पर आए ग्लेशियर को बीआरओ ने 11 बजे के करीब युद्ध स्तर पर कार्य करने के उपरांत हटाया। इसके उपरांत ही रेस्क्यू टीम आगे बढ़ पाई थी। जिसके बाद टीम घटनास्थल पर दोपहर बाद 2:30 बजे के करीब विषम परिस्थितियों में पहुंच पाई। लेकिन शाम ढलते ही तापमान शून्य से -25 से 30 डिग्री होने की वजह से व रोशनी की कमी से टीम वापस लौट आई है। वहीं देर रात तक जिला मुख्यालय पहुंचने की संभावना है।
गौरतलब है कि यह घटना स्थल शिंकुला दरा 16 हजार फुट की ऊंचाई के करीब है, जहां विषम परिस्थितियों में सीमा सड़क संगठन द्वारा सड़क मार्ग को बहाल करने का कार्य किया जा रहा था। ग्लेशियर स्थल जो कि 5 सौ वर्ग मीटर में जमी बर्फ में फैला हुआ है, जिस में लापता है। मजदूर को ढूंढना असंभव प्रतीत हो रहा है, लेकिन सीमा सड़क संगठन की रेस्क्यू टीम, जिला पुलिस व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में चलाए गए इस ऑपरेशन को बुधवार को पुनः संचालित किया जाएगा।
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