जयसिंहपुर। आशापुरी में 12 नवम्बर को चुनाव में ड्यूटी पर आए कर्मचारी के लापता होने के मामले में नया मोड़ आया है। इस मामले में पुलिस जांच में बुधवार को जयसिंहपुर के कुछ युवाओं ने बताया कि 2 दिन पहले 15 नवम्बर को जब वे ग्राऊंड में वालीबाल खेल रहे थे तो उसे ग्राऊंड के पास टहलते देखा था। 3 दिन तक आशापुरी के समीपवर्ती क्षेत्र में चलाए गए सर्च ऑप्रेशन के असफल रहने पर पुलिस ने जांच के दायरे को अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ाया था, जिसमें फोटो दिखाए जाने पर जयसिंहपुर के युवकों ने उसे देखे जाने की बात कही। नतीजतन वीरवार को पुलिस ने जयसिंहपुर सहित साथ लगते क्षेत्रों संघोल, हारसी, हलेड़ व लम्बागांव आदि में लोगों को लापता कर्मचारी की फोटो दिखाकर जानकारी जुटाने की कोशिश की लेकिन वीरवार को भी कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। इसके चलते यह मामला अभी तक रहस्यमयी बना हुआ है। थाना प्रभारी लम्बागांव प्रेम पाल शर्मा ने कहा कि व्यक्ति को ढूंढ निकाले जाने तक पुलिस आराम से नहीं बैठेगी और अन्य बिंदुओं पर भी ध्यान देकर जांच कार्य जारी रहेगा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बता दें कि रोंखर निवासी संजीव कुमार जोकि विद्युत बोर्ड अधिशासी अभियंता कार्यालय घुरकड़ी में सीनियर असिस्टैंट के पद पर कार्यरत था, जिसकी चुनाव में ड्यूटी आशापुरी मतदान केंद्र में राइडिंग ऑफिसर के पद पर जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में लगाई गई थी। वह अपनी ड्यूटी देने बूथ पर पहुंच गया किंतु सुबह 7.30 बजे के करीब कहीं चला गया और 6 दिन बीत जाने के उपरांत भी उसका कोई अता-पता न तो पुलिस और न ही उनके कार्यालय के अधिकारियों को लग पाया है। इसके चलते उसकी बूढ़ी मां, 2 नन्ही बच्चियां व धर्मपत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। संजीव की मां दर्शना देवी का कहना है कि संजीव कुमार उसका इकलौता बेटा तथा बुढ़ापे का एकमात्र है तथा उसकी 2 बच्चियां ( 8 वर्षीय लक्षिता व 5 वर्षीय तृषा) अपने पापा को ढूंढ रही हैं। उन्होंने कहा कि संजीव की धर्मपत्नी भी गायब हुए अपने पति को ढूंढने गई हुई है। जिस कार्यालय में संजीव कुमार कार्यरत है, उस कार्यालय के अधिशासी अभियंता विशाल पत्रवाल का कहना है कि विभाग से जो सहायता होगी, वह दी जाएगी।