मंडी के टमाटर के दाम फिर बढ़े, खरीदार परेशान

Update: 2023-07-26 07:12 GMT

मंडी न्यूज़: टमाटर की कीमत का ग्राफ फिर ऊपर चढ़ने लगा है. दाम बढ़ने से किसानों के चेहरे पर खोई रौनक लौटने लगी है. देश के बाहरी राज्यों में हिमाचली टमाटर की अधिक मांग के कारण सीजन की शुरुआत से ही किसानों को उनकी उपज के बेहतर दाम मिल रहे थे, लेकिन सीजन के बीच में टमाटर के दामों में गिरावट शुरू हो गई। कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण लगातार बारिश के कारण टमाटर में काला धब्बा रोग लगना है।

काला धब्बा रोग आने से बी और सी ग्रेड के टमाटरों की कीमतों का ग्राफ तेजी से गिरने लगा, जिसका असर ए ग्रेड के टमाटरों पर भी पड़ने लगा. लेकिन अब स्थिति एक बार फिर सामान्य होती दिख रही है. हालांकि, देश के बाहरी राज्यों में हिमाचली टमाटर उत्पादों की अधिक मांग के चलते आने वाले दिनों में भी टमाटर के दाम ऊंचे बने रहने की उम्मीद है। गुणवत्ता से भरपूर होने के कारण हिमाचली टमाटर की इन दिनों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों में भारी मांग है।

सोलन मंडी में अधिकतम रेट 12500 रुपये प्रति क्विंटल

मंगलवार को सोलन सब्जी मंडी में टमाटर का अधिकतम रेट प्रति क्विंटल 12,500 रुपये है, जबकि औसत रेट 8,300 रुपये प्रति क्विंटल है. प्रति क्रेट के हिसाब से देखा जाए तो टमाटर 2000 रुपये से लेकर 3100 रुपये प्रति क्रेट तक बिक रहा है. मंडियों में थोक कीमतों में बढ़ोतरी का असर खुदरा बाजार पर भी पड़ रहा है. खुदरा बाजार में टमाटर 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.

टमाटर की खेती में सोलन अव्वल

राज्य में टमाटर की सर्वाधिक खेती सोलन जिले में की जाती है, जिसके कारण सोलन जिले को टमाटर की रीढ़ भी कहा जाता है। कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिला सोलन में लगभग 5120 हेक्टेयर भूमि टमाटर की खेती के अंतर्गत आती है। जिस पर 2 लाख मीट्रिक टन वार्षिक उपज संभावित है। जिला सोलन के अलावा जिला सिरमौर टमाटर उत्पादन में दूसरे स्थान पर आता है।

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