गोहर। मंडी जिला के सराज की उपतहसील छतरी के बगड़ा थाच पंचायत में एक मकान पर गिरे ल्हासे के मलबे में दबने से 16 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। घटना रविवार सुबह करीब 5 बजे पेश आई है, जिस दौरान इलाके में बारिश का दौर शुरू था। अचानक मकान के पीछे गिरे एक बड़े ल्हासे का मलबा दीवार को तोड़ते हुए रसोई घर में घुस गया, जिसने रसोईघर में सोए बालकृष्ण को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के दौरान मलबे में दबा युवक गहरी नींद में सोया था, जो नींद में ही अपनों और दुनिया को छोड़ गया।
बताया जा रहा है कि रसोई घर के कमरे में युवक की दादी भी सोई हुई थी, जो मकान की दीवार के ढहने की आवाज सुनकर बिस्तर से उठ गई और घटना का पता लगाने बाहर की ओर दौड़ गई, लेकिन उसे यह एहसास नहीं हो पाया कि यह दर्दनाक घटना वहीं ही हुई जहां वह सोई हुई थी। हादसे की आवाज सुनते ही दूसरे कमरे में सोए युवक के माता-पिता भी घटना स्थल की ओर दौड़े।लेकिन उस वक्त युवक भारी मलबे के बीच दब चुका था। आनन-फानन में परिवार के सभी सदस्य जोर से चीख पड़े और बेटे को निकालने में जुट गए। चीखें सुनते ही आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए लेकिन कड़ी मशक्कत करने के बावजूद कोई कामयाबी हाथ नहीं लग पाई।
स्थानीय पंचायत के उपप्रधान रोहित ठाकुर ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा किए रैस्क्यू के दौरान युवक का शव मलबे से बाहर निकाल लिया गया है लेकिन सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाना मुश्किल है। छतरी पहुंचने के लिए करीब 17 किलोमीटर से अधिक का सफर पैदल है। सड़क मार्ग छतरी से ही बंद है और जगह-जगह ल्हासे, भूस्खलन और चट्टानें गिरी हैं, ऐसे में प्रशासन से सलाह मशविरा करने के बाद गाड़ागुशैणी अस्पताल से डाॅक्टर की टीम बुलाई गई है। घटनास्थल पर उन्हें भी मौजूदा हालातों में पैदल चलकर ही पहुंचना पड़ेगा। एसडीएम थुनाग बचित्र सिंह ठाकुर ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही हलका पटवारी को मौका रिपोर्ट तैयार करने के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से युवक के पिता डोला राम को फौरी राहत के तौर पर 25000 रुपए की राशि प्रदान कर दी है तथा इसके साथ ही प्रशासन पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता करेगा।