देवभूमि पिथौरागढ़: बारिश का प्रकोप लगातार जारी है। ऊंचाई वाली क्षेत्रों मे जहां बर्फबारी हो रही है वहीं निचले इलाकों में बारिश ने कहर बरपा रखा है। बारिश के चलते जगह-जगह मार्ग ध्वस्त होने, भू-स्खलन जैसी खबरे सामने आ रही हैं इधर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग आठवें दिन भीनहीं खुला पाया है। व्यास घाटी के त्यौहार मनाने उच्च हिमालय गए सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। आदि कैलास यात्री पड़ावों में हैं। 25वें दल को पिथौरागढ़ में ही रोक दिया गया है। नौ मार्ग यातायात के लिए बंद हैं। मौसम के तेवर देखते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दहशत बनी हुई है। प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। पिथौरागढ़ में 13 एमएम, गंगोलीहाट में 4.5 एमएम, बेरीनाग में 2 एमएम, डीडीहाट में दो एमएम, धारचूला में 9.6 और मुनस्यारी में 9.2 एमएम बारिश हुई है।
व्यासनगर में अभी भी मकानों में पानी और मलबा जमा है। आपदा प्रभावितों को धारचूला नगर में बने राहत शिविरों में रखा गया हैं। विभिन्न संगठनों द्वारा राहत सामग्री दी जा रही है। काली नदी खतरे के निशान से ऊपर है। काली नदी 890.80 मीटर पर बह रही है। नदी का चेतावनी लेबल 889 मीटर और खतरे का निशान 890 मीटर है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है।