Banala में अधूरा स्कूल भवन, खराल के चांगसारी में बच्चों का भविष्य दांव पर
Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: फनौटी पंचायत Fanauti Panchayat के राजकीय प्राथमिक केंद्रीय विद्यालय बनाला के भवन का निर्माण कार्य पिछले छह माह से धनाभाव के कारण ठप पड़ा है। छह माह पूर्व विद्यालय भवन की छत तो डाल दी गई, लेकिन भवन के दरवाजे, खिड़कियां व अन्य फिनिशिंग कार्य बंद पड़े हैं। अध्यापक व अभिभावक सर्दी के मौसम को लेकर चिंतित हैं। विद्यालय में प्री-प्राइमरी से पांचवीं कक्षा तक 33 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान में एक कमरे में कक्षाएं चल रही हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह समस्या पिछले तीन वर्ष से चली आ रही है। भवन का कार्य अधूरा रहने से विद्यालय प्रबंधन समिति व अभिभावकों में रोष है।
बच्चों का भविष्य दांव पर
कुल्लू शहर के सामने खराल घाटी के चंसारी स्थित हाई स्कूल का भवन, जो 16 माह पूर्व आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था, अभी तक उसकी मरम्मत नहीं हो पाई है। विद्यालय में छठी से दसवीं तक पांच कक्षाओं में 109 विद्यार्थी हैं। सरकार व शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण इनका भविष्य दांव पर है। यह स्कूल एक निजी भवन में चल रहा है, जिसमें पांच कमरे हैं, जो भीड़भाड़ वाले हैं। भवन के मालिक ने अधिकारियों से भवन खाली करने की मांग की है। निजी भवन में चल रहे स्कूल के कारण विद्यार्थी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, खराल में जा रहे हैं। यदि अगले शैक्षणिक सत्र में व्यवस्था में बदलाव नहीं किया गया तो चंसरी स्कूल से पलायन करने वाले बच्चों की संख्या बढ़ जाएगी। शिक्षा विभाग को इस मामले में तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।