सोलन शहर से किसी भी पेड़ को काटने के लिए मेयर की अध्यक्षता में ट्री कमेटी का गठन किया गया है जिसमें नगर निगम के आयुक्त, वार्ड मेंबर व डीएफओ बतौर सदस्य शामिल हैं। इस वर्ष जनवरी में नगर निगम कार्यालय में ट्री कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें निर्णय लिया गया था कि शहर के सभी ऐसे पेड़ों को काटा जाएगा जो आवासीय क्षेत्रों के लिए खतरा बने हुए हैं। इसके बाद प्रस्ताव निदेशक शहरी विकास विभाग को भेज दिया गया था, लेकिन वहां से आज तक इन पेड़ों को काटने की अनुमति नगर निगम को नहीं मिली है। बरसात शुरू होने के बाद अब लोगों को निजी संपत्ति का खतरा सताने लगा है। कुछ क्षेत्रों में यह पेड़ लोगों के घर के बिलकुल पास हैं।
नगर निगम सोलन के आयुक्त राजीव कुमार का कहना है कि पुराने पेड़ों को काटने का मामला मुख्यालय भेजा गया है वहां से अनुमति आने के बाद ही इन्हें काटा जा सकता है। चिल्ड्रन पार्क में सूखे पेड़ों के नीचे खेलते हैं बच्चे
सोलन के चिल्ड्रन पार्क में देवदार के तीन सूखे पेड़ हैं। इनमें से एक पेड़ ढह चुका है और साथ लगते पेड़ के सहारे आधा लटका हुआ है। इसी के बिल्कुल साथ दो अन्य सूखे पेड़ हैं। दिनभर इन पेड़ों के नीचे बच्चे झूले पर खेलते रहते हैं। अगर ये पेड़ गिरे तो बड़ा हादसा हो सकता है। इसी प्रकार मालरोड पर पुराने डीसी चौक के बिलकुल साथ सफेदे का पेड़ है। तेज हवा चलने पर कई बार इसकी टहनियां टूट कर नीचे गिर चुकी हैं। इस पेड़ के आसपास करीब छह भवन हैं। यदि यह पेड़ गिरता है तो भवनों के साथ लोगों की जान के लिए भी खतरा हो सकता है। हैरानी की बात है कि इस तरफ नगर निगम व प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है।