हिमाचल प्रदेश Himachal Pradesh : औद्योगिक इकाइयों द्वारा अपशिष्टों को वैज्ञानिक तरीके से निपटाने के लिए कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) में भेजने में विफल रहने पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एसपीसीबी) ने सख्त रुख अपनाते हुए बद्दी-बरोटीवाला Baddi-Barotiwala (बीबी) औद्योगिक क्षेत्र की 26 दोषी इकाइयों की बिजली काटने का आदेश दिया है।
इसे जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1974 की धारा 33 का उल्लंघन बताते हुए बोर्ड के अधिकारियों ने इकाइयों को डीजल से चलने वाले जनरेटर सेट या ऊर्जा के किसी अन्य स्रोत का उपयोग न करने का निर्देश दिया है।
बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों का पालन न करने पर 10,000 रुपये का जुर्माना Fine और सात साल तक की सजा हो सकती है।
बड़े पैमाने पर यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब बीबी औद्योगिक क्षेत्र के जल निकायों में पानी की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। आशंका है कि दोषी औद्योगिक इकाइयां अपने औद्योगिक अपशिष्ट को चोरी-छिपे जल निकायों में बहा देती हैं।
एसपीसीबी, बद्दी के मुख्य अभियंता प्रवीण गुप्ता ने कहा कि यह गड़बड़ी तब सामने आई जब अधिकारियों ने प्लांट प्रबंधन से उन उद्योगों की सूची मांगी जो सीईपीटी को अपना अपशिष्ट नहीं भेज रहे हैं। सीईपीटी प्रबंधन द्वारा ऐसी 69 इकाइयों की सूची उपलब्ध कराए जाने के बाद क्षेत्रीय निरीक्षण में पता चला कि उनमें से 26 समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर रहे थे। यह भी पाया गया कि नौ इकाइयों ने हाल ही में अपने अपशिष्ट को ट्रीटमेंट प्लांट में भेजना शुरू किया था। 20 उद्योगों ने अपना परिचालन बंद कर दिया था, 13 ने जीरो-लिक्विड डिस्चार्ज पर स्विच कर लिया था और एक इकाई ने अपना स्थान बदल दिया था और अभी नए स्थान पर परिचालन शुरू नहीं किया था।
शेष 26 इकाइयां सीईटीपी को भेजने का समझौता होने के बावजूद पिछले छह महीनों से अपशिष्ट को कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट में नहीं भेज रही थीं। यह जानकर आश्चर्य हुआ कि सीईटीपी प्रबंधन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बावजूद ये इकाइयां नियमों और शर्तों का पालन करने में विफल रहीं। वाईएल फार्मा, कथा; विन क्योर फार्मा, बद्दी; अलाइव हेल्थ केयर, बद्दी; ए.के. एंटरप्राइजेज, मलकुमाजरा; एरोमेक वंडर्स, भुरांवाला; एफी पेटेंटल्स, गुल्लरवाला; एग्रीसाइड्स इंडिया, बद्दी; अलकॉन फॉर्म्युलेशन, झारमाजरी; बालाजी ट्रेडिंग कंपनी, सूरजमजराम धत्तरवाल इंडस्ट्रीज, बद्दी; यूफोरिया इंडिया फार्मास्यूटिकल्स, बद्दी; ग्रीफ फॉर्मूलेशन्स, बरोटीवाला; मेडवोर फार्मा, थाना; वेराक्स लाइफसाइंसेज, बद्दी; सनशाइन इंडस्ट्रीज, बद्दी; श्री साई बालाजी फार्मा, बद्दी; श्री रामेष्ट इंडस्ट्री, बरोटीवाला; श्री राम इंटरनेशनल, बद्दी; शिवानी फॉर्मूलेशन, गुल्लरवाला; रियल स्क्रैप एंटरप्राइजेज, भूड़; न्यूएज रिसर्च एंड डेवलपमेंट, जुडीकलां; और रुद्र ट्रेडर, भूड़।