Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: 210 मेगावाट की लुहरी हाइड्रो परियोजना Luhri Hydro Project से प्रभावित गांवों के किसानों ने आज रामपुर में उपमंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस प्रदर्शन में देलथ, नीरथ, करंगला और बडैच पंचायतों के किसान शामिल हुए। इस प्रदर्शन को हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष कृष्ण राणा, प्रेम चौहान और रणजीत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके हैं। इन मांगों पर 9 मई 2024 को लिखित समझौता हुआ था। समझौते के अनुसार, प्रशासन ने परियोजना के निर्माण से होने वाले फसल नुकसान का आकलन करने के लिए 20 जुलाई तक सर्वेक्षण करने और 1 अगस्त तक ब्लास्टिंग के कारण घरों को हुए हालांकि, बडैच और करंगला पंचायतों में सर्वेक्षण अभी तक नहीं किया गया है, जिससे किसानों में काफी नाराजगी है। वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन के साथ कई बार की गई बैठकों के बावजूद धूल से फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने या ब्लास्टिंग के कारण घरों में आई दरारों का आकलन करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन इन मांगों पर जल्द ध्यान नहीं देता है तो हिमाचल किसान सभा अपना आंदोलन तेज करेगी और किसी भी परिणाम के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराएगी। नुकसान का आकलन करने की प्रतिबद्धता जताई थी।