हिमाचल के किसान मायूस, दो दिन में 400 रुपये गिर गए टमाटर के दाम

मंडियों में बंगलूरू के टमाटर के दस्तक के साथ ही हिमाचल प्रदेश के बल्ह के टमाटर के दाम गिरना शुरू हो गए हैं।

Update: 2022-07-06 01:51 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मंडियों में बंगलूरू के टमाटर के दस्तक के साथ ही हिमाचल प्रदेश के बल्ह के टमाटर के दाम गिरना शुरू हो गए हैं। दो से तीन दिन में ही 25 किलो के क्रेट के दाम 400 रुपये गिर गए। शनिवार को मंडी में एक क्रेट 700 रुपये में बिका था। पिछले दो दिन में इसी क्रेट के दाम 300 रुपये तक पहुंच गए। टमाटर के दामों में भारी गिरावट से किसानों के चेहरे उतर गए हैं। मिनी पंजाब कही जाने वाली बल्ह घाटी में अभी भी 50 फीसदी टमाटर की फसल का तुड़ान बाकी है।

बल्ह के टमाटर को लाल सोना भी कहा जाता है। आशंका जताई जा रही है कि इसी तरह दाम गिरते रहे तो बीते कई सालों की तरह इस बार भी कहीं लाल सोना खेतों में ही बरबाद न हो जाए। इससे पहले भी बल्ह के किसानों को इस तरह के हालात का सामना करना पड़ा है। कई बार टमाटर कौड़ियों के भाव बिकता है। किसानों की लागत भी पूरी नहीं होती है। इस सीजन में भी दो दिन में ही जिस तरह के टमाटर के दाम गिरे हैं। इससे किसानों के चेहरे का रंग उड़ गया है।
10,000 हजार परिवारों की टमाटर से चलती है रोजी रोटी
बल्ह के 1,000 हेक्टेयर क्षेत्र में की जाती है टमाटर की खेती
मंडियों में दाम धड़ाम, दुकानों पर बिक रहा 50 रुपये किलो
टमाटर की थोक कीमतें बेशक गिर गई हों, लेकिन आम उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिली है। 12 रुपये प्रति किलो थोक में मिल रहा टमाटर मंडी शहर में परचून में 50 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है।
मेहनत पर फिर गया पानी
बल्ह में टमाटर के दाम गिर जाने से किसानों को नुकसान हो रहा है। कुछ दिन पहले 25 किलोग्राम का क्रेट 700 रुपये में बेच रहे थे। अब मात्र 300 रुपये में बिक रहा है। इससे हमारी मेहनत पर पानी फिर गया है। -रमेश ठाकुर, राजगढ़ निवासी
औने पौने दामों में पड़ रहा बेचना
टमाटर के दाम अचानक गिर जाने से नुकसान झेलना पड़ेगा। लाखों रुपये का टमाटर खेतों में सड़ न जाए, इसलिए किसानों को यह औने पौने दामों पर बेचना पड़ता है। ताकि लागत तो निकल जाए। -सुनील ठाकुर, ढांगू नेरचौक
दाम और गिरने की सता रही चिंता
टमाटर के दाम गिर गए हैं। बाहरी राज्यों से भी टमाटर आने लगा है। दाम और गिरने के आसार हैं। किसानों के साथ थोक कारोबारियों को भी चिंता सता रही है। 50 फीसदी टमाटर खेतों में ही है। -डिंपल सैनी, डडौर थोक सब्जी मंडी अध्यक्ष
दुकानों में मूल्य सूची लगाएं नहीं तो कार्रवाई
परचून में टमाटर की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। सब्जी विक्रेता दुकानेें के बाहर मूल्य सूची लगाएं। ऐसा नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
Tags:    

Similar News

-->