हिमाचल प्रदेश Himachal Pradesh : देश की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण तीर्थ यात्राओं में से एक श्रीखंड महादेव यात्रा 14 से 27 जुलाई तक चलेगी। श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की अध्यक्ष और कुल्लू के उपायुक्त तोरूल एस रविश Deputy Commissioner Torual S Ravish की अध्यक्षता में निरमंड के पंचायत समिति हॉल में आयोजित श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की बैठक में यात्रा की तिथियों को अंतिम रूप दिया गया।
डीसी ने विभागीय अधिकारियों, यात्रा ट्रस्ट के सदस्यों और चायल व जुआगी पंचायतों के टेंट व्यापारियों के साथ यात्रा के बारे में विस्तार से चर्चा की। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यात्रा आधिकारिक तौर पर 14 जुलाई से 27 जुलाई तक चलेगी, जिसमें श्रद्धालुओं का अंतिम जत्था 27 जुलाई को रवाना होगा।
माता अंबिका की पवित्र छड़ी, जो हर साल निरमंड के दशनामी जूना अखाड़े से श्रीखंड महादेव तीर्थ यात्रा पर निकलती है, 18 जुलाई को निरमंड से रवाना होगी और 24 जुलाई को निरमंड के दशनामी जूना अखाड़े में वापस आएगी। प्रशासन और यात्रा ट्रस्ट ने यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष और कुल्लू के डीसी ने घोषणा की कि यात्रा को पांच सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा।
ये सेक्टर हैं: बेस कैंप सिंह गाड, बेस कैंप थाचडू, कुंशा, भीम द्वार और अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग, जहां प्रशासनिक सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। इन बेस कैंपों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। इन कैंपों में मेडिकल स्टाफ और बचाव दल भी तैनात रहेंगे। पहली बार अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग में एसडीआरएफ की बचाव इकाई तैनात की जाएगी। अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं Devotees के लिए जल्द ही ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल स्थापित किया जाएगा। बैठक में श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं निरमंड के एसडीएम मनमोहन सिंह, आनी के डीएसपी चंद्रशेखर कैंथ, निरमंड के तहसीलदार जय गोपाल शर्मा, निरमंड के नायब तहसीलदार एवं यात्रा ट्रस्ट के सदस्य बुद्धि सिंह ठाकुर शामिल हुए।