नगरोटा सूरियां सोसायटी में सबसे ज्यादा उत्पादन, पौंग में पकड़ी 1343.1 किलो मछली
जवाली
मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध हटते ही पहले दिन मंगलवार को पौंग झील में 30 क्विंटल से अधिक मछल पकड़ी गई। पिछले वर्ष 10404. 5 मीट्रिक टन मछली पकड़ी गई थी जबकि इस बार 13430 मीट्रिक टन मछली पकड़ी गई, जो कि एक रिकार्ड है। सबसे अधिक मछली नगरोटा सूरियां के मत्स्य सहकारी सेंट्रल में 30 क्विंटल 76 किलो 800 ग्राम मछली पकड़ी गई। सबसे अधिक मछली तिलक राज पुत्र माडू राम नगरोटा सूरियां निवासी ने एक क्विंटल 28 किलो मछली पकड़ी। दूसरे नंबर पर मत्स्य सहकारी सभा देहरा ने 19 क्विंटल 17 किलो 800 ग्राम मछली का उत्पादन किया। तीसरे नंबर पर नंदपुर मत्स्य सरकारी सभा द्वारा 19 क्विंटल मछली पकड़ी गई। पौंग डैम के मत्स्य निदेशक जयसिंह ने बताया कि बंद सीजन के दौरान 111 मामले अवैध मछली का शिकार के सामने आए। शिकारियों से एक लाख 4000 रुपए जुर्माना वसूल गया। झील में इस समय 15 मत्स्य सहकारी सभाएं हैं और 2600 के करीब मछुआरे काम करते हैं। इन मत्स्य सैंटरों में इस बार सबसे सिंघाड़ा प्रजाति की मछली की सप्लाई आई है।
कहां, कितना उत्पादन
देहरा में 1917. 8 किलोग्राम
हरिपुर में 1704. 3 किलोग्राम
नंदपुर में 1898.1 किलोग्राम
नगरोटा सूरियां में 3076.8 किलो
हरसर में 429. 9 किलोग्राम
जवाली में 128.5 किलोग्राम
गूगलाड़ा में 680.5 किलोग्राम
सिहाल में 716. 2 किलोग्राम
धमेटा में 1002.7 किलोग्राम
खटियाड़ में 672. 8 किलोग्राम
सथाना में 117.4 किलोग्राम
बरनाली में 425. 0 किलोग्राम
सयूल खड्ड में 135.5 किलोग्राम
डाडासीबा में 371.5 किलोग्राम
जंबल बसी में 153 किलोग्राम