शिमला| भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एवं श्रीनयनादेवी जी से विधायक रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया है कि सरकार शराब माफिया के दबाव में काम कर रही है, ऐसे में नशे के खिलाफ अभियान नौटंकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि आबकारी नीति के तहत ठेकेदार फीस नहीं भर रहे हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। रणधीर शर्मा ने यहां जारी बयान में आरोप लगाया कि ठेकेदार पुराने टैंडर के पैसे न भरकर अपने रिश्तेदारों के नाम पर भी नए टैंडर ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर ऑडिट के समय फर्जी पास ठेकेदारों की तरफ से प्रेषित किए गए हैं, ऐसे मामलों की जब शिकायत होती है तो फिर सच्चाई सामने आती है। इससे स्पष्ट है कि शराब माफिया सरकार के संरक्षण में काम कर रहा है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि मार्च महीने के बाद हिमाचल प्रदेश में अनेक नई जगहों पर शराब के ठेके खुल रहे हैं। इसके अलावा पंचायतों में बिना एनओसी के ही शराब के ठेके खुल रहे हैं। इन ठेकों का कई जगह जनता और महिला मंडल जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचायतों में अब एनओसी की आवश्यकता नहीं है। इन अनुचित नियमों की आड़ में शराब के ठेकेदारों ने जगह-जगह शराब के ठेके और अहाते खोलना शुरू कर दिए हैं, जिससे प्रदेश का माहौल बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नशे के खिलाफ चलाए जाने वाले किसी भी अभियान में सरकार के साथ है लेकिन यह मुहिम महज नौटंकी बनकर रह गई है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि अभी कीरतपुर-मनाली फोरलेन का उद्घाटन भी नहीं हुआ है लेकिन वहां पर बड़ी संख्या में शराब के ठेके खुल गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह बताए कि ये ठेके किन नियमों के तहत खुले हैं। उन्होंने सरकार से सभी ठेकों की जांच करने एवं आबकारी नीति को सख्ती से लागू करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कई शराब के ठेकेदार सरकार को धोखा दे रहे हैं।