बकरी का दूध और खुद का ख्याल, 90 साल की मस्तो कभी नहीं गई अस्पताल

Update: 2023-10-07 10:16 GMT
हिमाचल। 90 साल की मस्तो आज भी मस्त है। दो साल पहले आंखों में थोड़ा सा धुंधलापन आया बाकि आज तक मस्तो अस्पताल नहीं गईं और न ही कोई दवा खाने की नौबत आई। 2 पड़पोते, 5 नाती पड़पोते, एक पोता, 2 पोतियां, 4 बेटियां और एक बेटे सहित 16 सदस्यों के भरे- पूरे परिवार ने 1 अक्तूबर को मस्तो देवी का 90वां जन्मदिन मनाया। नगरोटा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांव जलोट में रहने वाली मस्तो देवी बताती हैं कि वह सुबह रोजाना 5 बजे उठ कर लगभग एक किलोमीटर सैर करती है। इसके बाद नाश्ता करना फिर अपने घर का काम खुद ही निपटाती है।
उन्होंने बताया कि आज दिन तक मुझे किसी बीमारी के लिए अस्पताल नहीं जाना पड़ा। कभी-कभार सर्दी-जुकाम होने पर कुछ दवाई खा लेती हूं। उन्होंने बताया कि लगभग 2 साल पहले मेरी आंखों में कुछ धुंधलापन सा आया था, लेकिन ऑप्रेशन के बाद मेरी आंखें बिल्कुल ठीक हैं। चेहरे पर तेज लाते और मुस्कुराते हुए मस्तो देवी कहती है कि आज भी मेरी आंखें 6 बाई 6 हैं। खाना खाने बारे बुजर्ग महिला बताती हैं कि घर का खाना ही ज्यादा पंसद करती हूं। आज भी मैं मक्की की रोटी 2 खाती हूं। अम्मा से पूछने पर उन्होंने बताया कि मेरी सेहत का राज मेरे द्वारा पाली बकरियों का दूध ही है। स्तो बताती हैं कि यही वजह है कि मुझे कभी कोई बीमारी नहीं लगने दी।
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