
शिमला। चुनाव आयोग से अनुमति न मिलने के कारण आईजीएमसी में मंगलवार को प्रदेशभर से आए अभ्यर्थी व उनके अभिभावक खासे परेशान हुए। यहां जीएनएम नर्सिंग की बची हुई सीटों के लिए काउंसिलिंग रखी गई थी, लेकिन आईजीएमसी के ऑडिटोरियम में पहुंचे अभ्यर्थियों को यहां आकर पता चला कि अस्पताल प्रशासन द्वारा यहां पर काउंसिलिंग को पोस्टपोन करने का पोस्टर चस्पा दिया गया, जिसकी सूचना पहले से नहीं दी गई, जिससे अभ्यर्थी व अभिभावक खूब हताश हुए। बताया जाता है कि दिल्ली से नर्सिंग की बची हुई सीटें भरने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया गया है और जीएनएम की बची हुई सीटों के लिए आईजीएमसी के नर्सिंग विभाग द्वारा काउंसलिंग आयोजित की गई, लेकिन इसके स्थगित होने की जानकारी अभ्यर्थियों को आईजीएमसी आकर ही मिली, जिससे उन्हें खासा परेशान होना पड़ा है।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मंगलवार को प्रदेश के कोने-कोने से आए बच्चे काउंसलिंग के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि आईजीएमसी के नर्सिंग कॉलेज ने बची सीटों के लिए काउंसलिंग की डेट मंगलवार को रखी थी। लेकिन कि चुनाव आयोग से इसकी परमिशन ना मिलने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है इस बात की जानकारी छात्राओं और उनके अभिभावकों को नहीं थी हालांकि आईजीएमसी प्रशासन का कहना है कि यह टेंटेटिव डेट रखी गई थी जिसे अब दोबारा भी टेंटेटिव ही रखा जा रहा है जब तक इसके लिए चुनाव आयोग से परमिशन नहीं मिलती है तब तक जो डेट टेंटेटिव ही रखी जाएगी।
दिल्ली से इन नर्सिंग की शेष बची सीटों को भरने के लिए कहा गया है, लेकिन राज्य में चुनाव के कारण लगी आचार संहिता और चुनाव आयोग से अनुमति न मिल पाने के कारण जीएनएम की काउंसलिंग स्थगित की गई है। इसके लिए लगातार चुनाव आयोग से संपर्क किया जा रहा है और जैसे ही यहां से अनुमति मिलती है, इस काउंसलिंग को आयोजित किया जाएगा, क्योंकि 30 नवंबर से पहले बची हुई सीटें भरी जानी है।
डाक्टर रजनीश पठानिया, डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन