इस सत्र से एचपीयू क्रेडिट के आधार पर देगा पीजी की डिग्री, विश्वविद्यालय अकादमिक काउंसिल की बैठक में लाया जाएगा प्रस्ताव

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय स्नातक के बाद अब स्नातकोत्तर की डिग्री भी अंकों के नहीं, बल्कि क्रेडिट के आधार पर देगा।

Update: 2022-07-03 05:40 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) स्नातक (यूजी) के बाद अब स्नातकोत्तर (पीजी) की डिग्री भी अंकों के नहीं, बल्कि क्रेडिट के आधार पर देगा। शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ही विश्वविद्यालय इस नई क्रेडिट प्रणाली को लागू करने जा रहा है। पीजी की दो साल की पढ़ाई में न्यूनतम सौ क्रेडिट लेने पर ही डिग्री मिलेगी। 19 जुलाई को होने वाली विश्वविद्यालय अकादमिक काउंसिल की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है। अकादमिक काउंसिल में तय होने के बाद कार्यकारिणी परिषद (ईसी) की बैठक में इसी माह प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी दिलाने की तैयारी है। यह सिस्टम नई शिक्षा नीति को लागू करने का भी आधार बनेगा।

क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम के लिए विश्वविद्यालय ने तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। विवि अभी च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू नहीं कर रहा है। विश्वविद्यालय में वर्तमान में संचालित किए जा रहे सभी पीजी कोर्स में यह व्यवस्था लागू होनी है। सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी को भी यह सिस्टम लागू करना पड़ेगा। देश भर के अधिकतर विश्वविद्यालयों ने क्रेडिट सिस्टम लागू कर दिया है। एचपीयू में यूजी डिग्री कोर्स में 2013 में लागू रूसा (सीबीसीएस) सेमेस्टर सिस्टम में रही खामियों के चलते इसे अब तक पीजी कोर्स में लागू नहीं किया जा सका। यूजी में भी विश्वविद्यालय को फिर से ईयर सिस्टम लागू करना पड़ा था।
यह है क्रेडिट सिस्टम
क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम में पीजी की डिग्री हासिल के लिए न्यूनतम सौ क्रेडिट लेने जरूरी होंगे, जबकि अधिकतम 120 क्रेडिट मिलेंगे। कोर और इलेक्टिव कोर्स में 48-48 क्रेडिट देने की व्यवस्था रहेगी। चार क्रेडिट माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट के छात्रों को देने की व्यवस्था रहेगी। हर सेमेस्टर में छात्र को सभी विषयों की परीक्षा में न्यूनतम 25 और अधिकतम 30 क्रेडिट देने का प्रावधान रहेगा। अभी तक पीजी डिग्री कोर्स में अंकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता रहा है। अब इसे पूरी तरह से क्रेडिट में बदल दिया जाएगा।
सत्र 2022-23 से ही लागू होगा सिस्टम : प्रो. चंदेल
एचपीयू के अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. कुलभूषण चंदेल ने बताया कि सत्र 2022-23 से ही पीजी डिग्री कोर्स में क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जा रहा है। जल्द इस पर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।
एचपीयू रीजनल सेंटर धर्मशाला ने पीजी काउंसलिंग के लिए 20 तक मांगे आवेदन
प्रदेश विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र खनियारा, धर्मशाला ने विभिन्न पीजी डिग्री कोर्स में प्रवेश को होने वाली काउंसलिंग के लिए आवेदन का शेड्यूल जारी कर दिया है। 20 जुलाई तक छात्र आवेदन कर सकेंगे। पीजी कोर्स की प्रवेश परीक्षा के घोषित नतीजों में प्राप्तांक के आधार पर ही काउंसलिंग के लिए आवेदन फार्म भरे जाएंगे। क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक प्रो. डीपी वर्मा ने कहा कि क्षेत्रीय केंद्र का प्रोस्पेक्टस और आवेदन फार्म विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलोड किए गए हैं। इसे छात्र डाउनलोड कर सकते हैं।
एमए इंग्लिश, हिंदी, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, संस्कृत, एम कॉम एमए/एमएससी मैथ और तीन वर्षीय एलएलबी कोर्स में एचपीयू की प्रवेश परीक्षा के प्राप्तांक आधार पर काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कर प्रवेश दिया जाना है। वहीं केंद्र में चल रहे एमबीए कोर्स में एचपीयू मेट-2022 के आधार पर काउंसलिंग होगी, जबकि एमसीस कोर्स में एचपीयू के एमसीए की प्रवेश परीक्षा और एचपीयू एमसीए विभाग में होने वाली केंद्रीकृत काउंसलिंग के आधार पर प्रवेश मिलेगा। निदेशक ने साफ किया है कि एमए लोक प्रशासन में छात्रों की तय संख्या और शिक्षक की उपलब्धता के अनुसार ही प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र के इन सभी कोर्स के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल अलग से जारी किया जाएगा। काउंसलिंग एचपीयू की काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आयोजित की जानी है।
एमएससी जियोलॉजी, पीजीडीसीए में मेरिट पर मिलेगा प्रवेश
क्षेत्रीय केंद्र के पीजीडीसीए, एमएससी जियोलॉजी कोर्स में मेरिट आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए भी बीस जुलाई तक आवेदन करना होगा।
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