डैहर। मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल की डैहर उपतहसील में किरतपुर-नेरचौक फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान बरती गई लापरवाही का खमियाजा डैहर क्षेत्र के लोगों को पहली ही बरसात की मूसलाधार बारिश में भुगतना पड़ा है। शुक्रवार को उपतहसील के अंतर्गत आने वाली विभिन्न पंचायतों डैहर, बरोटी और कांगू गांवों में फोरलेन पर पानी की उचित व्यवस्था नहोने के चलते बारिश का पानी लोगों के खेतों व घरों में घुस गया, वहीं संपर्क मार्र्गाें को भी काफी नुक्सान पहुंचा। डैहर क्षेत्र के कोर्ट, डवारन, अलसू, देहवीं और अन्य गांवों संपर्क मार्गों का नामोनिशान मिट गया है तथा काफी मात्रा में मलबा दुकानों, घरों व खेतों में घुस गया। बारिश के बाद लोग खेतों व दुकानों से मलबे को हटाने में जुटे रहे और फोरलेन निर्माण कंपनी के साथ एनएचएआई को भी कोसते रहे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण कार्य के चलते पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण उनकी खून-पसीने की कमाई पर पानी फिर गया है। मामले को लेकर उन्होंने प्रशासन और एनएचएआई से मांग उठाई है कि बारिश के कारण हुए नुक्सान की भरपाई करते हुए भविष्य में पानी की उचित व्यवस्था हेतु ठोस कदम उठाएं ताकि फिर लोगों को नुक्सान व परेशनियां न झेलनी पड़ें। बरोटी गांव में संजय कुमार के मकान में मलबा व पानी घुस गया, भंतरेहड़ गांव में नाले की निकासी पाइप बंद होने से गीता देवी के दोमंजिला मकान में पानी घुस गया, डवारन में विनय मौदगिल व शंकरी देवी के मकान में फोरलेन का पानी घुसा, अलसू अंडर पास में पानी भरने से तालाब बन गया, वहीं प्रकाश चंद शर्मा और सागर चंद के मकान व खेतों में भी पानी व मलबा घुसा। इसके अलावा डैहर-अलसेड संपर्क मार्ग व गौसदन अलसू, देहवीं में राजकुमार के मकान व खेतों में भी फोरलेन का पानी घुसने से नुक्सान हुआ है।