हिमाचल पथ परिवहन निगम के पेंशनरों की राजधानी शिमला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस से खूब धक्कामुक्की हुई
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के पेंशनरों की बुधवार को राजधानी शिमला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस से खूब धक्कामुक्की हुई।
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के पेंशनरों की बुधवार को राजधानी शिमला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस से खूब धक्कामुक्की हुई। महीने के पहले हफ्ते पेंशन देने समेत अन्य मांगें पूरी न होने पर पेंशनरों ने थालियां और शंख बजाकर नारेबाजी की। प्रदेश भर से आए निगम के सैकड़ों पेंशनर सचिवालय मार्च के लिए शिमला के टॉलैंड में जुटे थे। हालांकि बाद में पेंशनरों को उनकी मांगें मानने का आश्वासन दिया गया। प्रधान सचिव परिवहन ने जल्द बीओडी की बैठक बुलाने के निर्देश दे दिए हैं।
सालों से मांगों की हो रही अनदेखी के खिलाफ पेंशनर कल्याण संघ ने सचिवालय मार्च का 11 मई को एलान किया था। पेंशनर शांतिपूर्ण सचिवालय की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें जबरन रोका, जिससे पुलिस और पेंशनरों में धक्कामुक्की हो गई। नाराज पेंशनर सड़क पर बैठ गए और पूरे शहर का ट्रैफिक जाम हो गया। अपनी खाली जेबें बाहर निकालकर प्रदर्शन करते हुए पेंशनरों ने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते उन्हें भुखमरी की नौबत आ गई है। संघ के प्रधान सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि 70 साल के बुजुर्ग पेंशनरों से पुलिस कर्मियों ने धक्कामुक्की की है।
सरकार बुजुर्गों से डर गई है, इसलिए रास्ता रोका है। 11 बजे से 12:45 बजे तक पेंशनर नारेबाजी करते रहे। दो घंटे बाद पेंशनरों को सचिवालय में बैठक के लिए बुलाया गया। निगम के कार्यकारी निदेशक भूपेंद्र अत्री की मध्यस्थता के बाद पेंशनर प्रतिनिधि सचिवालय में प्रधान सचिव परिवहन के साथ बैठक के लिए तैयार हुए। सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रधान सचिव ने सभी मांगें मान ली हैं। उन्होंने बीओडी बुलाकर सभी मांगों पर औपचारिक फैसला लेकर उन्हें लागू करने का आश्वासन दिया है। सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि मांगें पूरी नहीं हुई तो 7 जुलाई को धर्मशाला में विशाल रैली निकाल कर प्रदर्शन किया जाएगा।
एचआरटीसी पेंशनरों की मांगों पर बीओडी की बैठक में फैसला लिया जाएगा। कुछ मांगें कैबिनेट ने पहले ही पूरी कर दी हैं। एचआरटीसी अधिकारियों को जल्द बीओडी की बैठक बुलाने को कहा है। - आरडी नजीम, प्रधान सचिव, परिवहन