राष्ट्रीय हिमालयी अध्ययन मिशन के तहत बैठक में हुई चर्चा, पौंग में होगा बार-हेडेड बत्तखों का प्रवास
शिमला
पौंग बांध में अब बार-हेडेड बत्तखों का प्रवास का प्रवास होगा। वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के राज्य स्तरीय हितधारकों की दो दिवसीय परामर्श बैठक में यह फैसला लिया गया है। यह आयोजन राष्ट्रीय हिमालयी अध्ययन मिशन (एनएचएचएस) के तहत पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से आयोजित किया गया। इस अवसर पर बार-हेडेड बत्तखों के प्रवास के लिए पौंग बांध के महत्त्व पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने कहा कि पौंग बांध और गोबिंदसागर के लिए एकीकृत प्रबंधन योजना तैयार करना इनके संरक्षण के लिए महत्त्वपूर्ण है।
बैठक में पौधों की स्थानीय विविधता और उनकी पहचान के लिए तकनीकी डाटाबेस और भारत में पक्षियों के प्रवासन अध्ययन पर जानकारी भी साझा की गई। यह बैठक मध्य एशियाई फ्लाई-वे में आर्द्रभूमि के प्रभावी संरक्षण और बुद्धिमान उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय तक विभिन्न स्तरों पर नीति और निर्णय लेने का मार्गदर्शन करने वाली रणनीतियां विकसित करने के साथ-साथ सिफारिशों को भी सुनिश्चित करेगी। इसका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश राज्य में आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए एक समन्वित और प्रभावी दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए सरकारी एजेंसियों, नागरिक समाज संगठनों, निजी क्षेत्र और स्थानीय समुदायों सहित हितधारकों के बीच साझेदारी और सहयोग को बढ़ावा देना है। बैठक में राज्य सरकार के 19 विभागों, क्षेत्रीय ज्ञान संस्थानों, नागरिक समाज संगठनों और समुदाय आधारित संगठनों के लगभग 40 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।