राज्य में नहीं थम रहा डेंगू का प्रकोप, ऐसे करें बचाव और बरतें ये सावधानियां
शिमला
हिमाचल प्रदेश में डेंगू का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। प्रदेश में आए दिन डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं जिससे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रदेश में डेंगू के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बता दें कि इन दिनों प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है। बावजूद इसके डेंगू के केस नहीं रुक रहे हैं। इस साल अब तक हजारों मामले प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से डेंगू के सामने आ चुके हैं।
खास तौर पर जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्रों में इन दिनों बड़ी संख्या में लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। बता दें, जमे हुए पानी में पैदा हुए मच्छरों से फैलने वाले डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू बुखार एडीज मच्छर के काटने से होता है, जिसके चलते इम्युनिटी बिलकुल कमजोर हो जाती है और प्लेटलेट्स में कमी होने लगती है। अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो इससे जान तक गवानी पड़ सकती है।
डेंगू से बचाव के उपाय
मच्छर सबसे ज्यादा ठहरे हुए पानी या फिर नमी वाली जगहों पर अंडे देते हैं। इसलिए घर या आस-पास के क्षेत्रों में पानी को न इकट्ठा करें। इसके अलावा कूड़ेदान को ढककर रखें। डेंगू को रोकने के लिए साफ़ सफाई रखना बेहद जरूरी है। खुद की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। इसके लिए इस बात का ख्याल रखें कि मच्छर न काट पाएं। ऐसे में बाहर निकलते वक्त फुल बाजू के कपड़े पहनें। घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें। इस बात को जरुर सुनिश्चित कर लें कि, घर साफ रहे। हर रोज नियमित रूप से सफाई करने से मच्छरों को अंडे देने की जगह नहीं मिल पाती। घर के बगीचे ओर छत को साफ़ रखना ना भूलें।
बरतें ये सावधानियां
अगर आप डेंगू बुखार की चपेट में आ गए हैं तो ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए, ताकि रिकवरी जल्दी हो सके। इतना ही नहीं शरीर में पानी की कमी बिल्कुल भी ना होने दें। पानी जरूर पीना चाहिए ताकि डिहाइड्रेशन ना हो। इस दौरान डेंगू के मरीज को नारियल पानी, नींबू पानी, सब्जी का रस जरूर पिलाएं। डेंगू के मरीज को बिना डॉक्टर की सलाह पर कोई दवा ना दें। हालाँकि, बुखार बढ़ने पर पेरासिटामोल लेकर बुखार पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
डेंगू के लक्षण:
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं।
तेज़ बुखार।
बहुत तेज़ सिर दर्द।
आँखों के पीछे दर्द।
उल्टी आना और चक्कर महसूस होना।