जेबीटी और लिपिकों की तर्ज पर बेहतर स्केल देने की मांग, उम्मीद पूरी न होने से टीजीटी खफा
राइडर की अधिसूचना में टीजीटी को आरंभिक वेतन 41600 रुपए के बजाय 46800 रुपए दिया जाए। प्रदेश सरकार ने राइडर की अधिसूचना में टीजीटी वर्ग की उम्मीदों को पूरा नहीं किया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राइडर की अधिसूचना में टीजीटी को आरंभिक वेतन 41600 रुपए के बजाय 46800 रुपए दिया जाए। प्रदेश सरकार ने राइडर की अधिसूचना में टीजीटी वर्ग की उम्मीदों को पूरा नहीं किया है। वर्ष 2012 के स्केल छीनने के बाद अब उनको सम्मानजनक आरंभिक वेतनमान नहीं दिया है, जिससे 16400 टीजीटी शिक्षकों में रोष है। शिक्षक वर्ग में ही सरकार ने अलग-अलग वेतन बढ़ोतरी का फार्मूला लगाया है। टीजीटी और प्रवक्ता को मात्र एक-एक, सी एंड वी को दो और जेबीटी को सात इंक्रीमेंट्स का लाभ मिलेगा, जबकि गैर-शिक्षकों को 12 इंक्रीमेंट्स का लाभ दिया जा रहा है। वित्तीय लाभों के मामले में टीजीटी अब 20 साल पीछे धकेले जा रहे हैं और जूनियर श्रेणी के कर्मचारी उनसे अनेकों इंक्रीमेंट्स ज्यादा ले रहे हैं।
तीन जनवरी, 2022 को जारी स्केल में इन कमियों को दूर करने हेतु विविध प्रयासों के बाद जाकर राइडर का मामला सुलझना शुरू हुआ, तो दो साल की शर्त नियमित स्केल के लिए हटाई न गई और ऊपर से समान वृद्धि की जगह मनमर्जी की वृद्धियां थोप दी गईं, जिनका लाभ भी अधिकांश नियमित कर्मचारियों को नहीं मिलेगा। प्रोमोटी शिक्षकों को कोई लाभ नहीं दिया गया। राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल व महासचिव विजय हीर ने कहा कि जेबीटी 29700 से 37600 यानि 7900 रुपए का अंतर सैल में स्तर एक से नौ करते हुए कुल सात इंक्रीमेंट लगाई गई है, जबकि सी एंड वी शिक्षकों को 35600 से 40100 रुपए यानि 4500 रुपए का अंतर और दो इंक्रीमेंट सैल में स्तर एक से बढ़ाकर पांच किया। वहीं, लिपिक पटवारी, कांस्टेबल को 20200 से बढ़ाकर 30500 रुपए किया है। यानि बेसिक 10,300 रुपए का इजाफा और 12 इंक्रीमेंट्स का लाभ मिला।