क्रिप्टो करंसी स्कैम: अब तक 40 से 45 करोड़ तक पहुंचा ठगी का आंकड़ा

Update: 2023-10-06 09:22 GMT
शिमला। बहुचर्चित क्रिप्टो करंसी स्कैम में आम से लेकर खास तक ने अपना पैसा डुबाया। सामने आया है कि कई लोगों ने देखा-देखी में कर्ज लेकर निवेश किया जबकि कुछ ने अच्छा रिटर्न मिलने की चाह में अपनी जीवन भर की पूंजी को ही दांव पर लगा दिया। सूत्रों के अनुसार छानबीन में कई अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं। इसके तहत 6 से 7 आरोपी एसआईटी के राडार में हैं और उनकी धरपकड़ को लेकर लगातार प्रदेश सहित विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है। इसके साथ ही एसआईटी ने विभिन्न राज्यों की पुलिस से भी संपर्क साधा है ताकि मामले में संलिप्त आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। सूचना के अनुसार ये क्रिप्टो करंसी स्कैम 40 से 45 करोड़ के आसपास तक पहुंच गया। आने वाले दिनों में ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है। इसका मुख्य कारण एसआईटी के पास लगातार पहुंच रही शिकायतें हैं। अब तक जिला कांगड़ा के तहत करीब 18 करोड़ और हमीरपुर जिला में 20 करोड़ की ठगी को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। इसी तरह मंडी जिला में भी कई लोगों को निशाना बनाकर करोड़ों रुपए की ठगी की गई। नेता, अधिकारी, कर्मचारी से लेकर आम लोगों को आरोपियों ने अपने जाल में फंसाकर मोटा चूना लगाया।
गुजरात से पकड़े गए दोनों आरोपियों सुखदेव और हेमराज से एसआईटी की टीम ने वीरवार को लंबी पूछताछ की। ये दोनों 5 दिन के पुलिस रिमांड में चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। अब तक की जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर क्रिप्टो करंसी स्कैम का किंगपिग सुभाष शर्मा माना जा रहा। हालांकि पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले ही उसके विदेश फरार होने की चर्चा है। ऐसे में उसे स्वदेश लाने के लिए इंटरपोल से संपर्क साधा जा सकता है। खुलासा हुआ है कि सुभाष शर्मा ने लोगों से पैसे ठगकर करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई। उसने हिमाचल के साथ पंजाब, चंडीगढ़ व जीरकपुर में कई बीघा भूमि व फ्लैट खरीदे। इसके साथ ही होटल, सैलून और मसाज केंद्र में भी निवेश किया। प्रदेश में क्रिप्टो करंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। इसके तहत शातिर आरोपियों ने हजारों की संख्या में लोगों को अपने जाल में फंसाया और कुछ वर्षों में ही करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया।
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