26 साल बाद होने थे कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव, सीडब्ल्यूसी चुनाव टले अध्यक्ष करेंगे फैसला
शिमला
रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन से ठीक पहले सीडब्ल्यूसी चुनाव न करवाने का फैसला सामने आया है। अब राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े सीडब्ल्यूसी के सभी 23 सदस्यों को मनोनीत करेंगे। हालांकि इससे पूर्व 12 सदस्यों का फैसला चुनाव प्रक्रिया से होना था, जबकि 11 सदस्यों को मनोनीत किया जाना था। हिमाचल से 100 से अधिक डेलिगेट रायपुर पहुंच गए हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस का यह महाधिवेशन शनिवार से पूरी तरह शुरू हो जाएगा। फिलहाल, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चयन के बाद हिमाचल में संगठनात्मक बदलाव की भी संभावनाएं बनी हुई हैं। आगमी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह बदलाव किया जा सकता है। प्रदेशाध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर नए सिरे से तैनाती की जा सकती है।
कांग्रेस के महाधिवेशन के बाद देश भर के उन राज्यों में भी बड़ा बदलाव देखने के लिए मिलेगा, जहां कांग्रेस हाल के चुनावों में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई है। कांग्रेस के संगठन में नई टीम में ज्यादातर युवा चेहरे अब नजर आने वाले हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस के महाधिवेशन में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव मतदान के माध्यम से करवाने की बात कही जा रही थी। लेकिन शुक्रवार को स्टीयरिंग कमेटी ने चुनाव न करवाने का फैसला लिया है। कांग्रेस वर्किग कमेटी के लिए सबसे आखिरी बार मतदान 1997 में हुआ था और अब 16 साल बाद यह संभावना जताई जा रही थी कि दोबारा से मतदान हो सकता है। लेकिन अब यह संभावनाएं पूरी तरह से खत्म हो गई हैं। अब पूर्व में अध्यक्ष रहे नेताओं को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बतौर सदस्य नामित किया जा सकता है।
प्रदेश से 100 लोग गए
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह समेत वरिष्ठ नेता रायपुर पहुंच गए हैं। हिमाचल से रायपुर जाने वालों में 100 से अधिक नेता और पार्टी के पदाधिकारी शामिल हैं।