नूरपुर। चक्की खड्ड में पुलों की सुरक्षा के लिए लंबे समय से बन रही प्रोटेक्शन वाल (चैकडैम) का निर्माण कार्य अभी तक पूरा न होने से चक्की पुल से भारी वाहनों की आवाजाही अभी तक शुरू नहीं हो सकी, जिससे लोगों को दिकतों का सामना करना पड़ रहा है। अभी बरसात नहीं है, परंतु भारी वाहनों खासकर सवारी बसों व स्कूल बसों को चक्की पुल से एंट्री बंद है और उन्हें वाया लोधवां-भदरोया होकर पठानकोट जाना पड़ रहा है, जिससे समय व पैसा दोनों ज्यादा खर्च हो रहा है। गौरतलब है कि चक्की पुलों की सुरक्षा के लिए एनएचएआई द्वारा करीब सौ करोड़ की लागत से बन रही प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य बरसात से पहले अप्रैल माह में शुरू हुआ था और इसे बरसात से पहले पूरा करने का दावा किया गया था। फिर बरसात आने पर चक्की पुल पर खतरा मंडराया था, जिस पर एनएचएआई में इसका बचाव कार्य किया था और चक्की में बाढ़ आने पर पानी के बहाव के आगे एनएचएआई को एक न चली, तो पुल को अपने हाल पर छोड़ दिया था और प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य भी लंबित हुआ।
बरसात के बाद प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य दिवाली तक पूरा करने का टारगेट रखा गया, पर संबंधित ठेकेदारों की लेटलतीफी से कार्य प्रभावित हो रहा है । इसी बीच सितंबर माह में पुल को लाइट व्हीकल्स के लिए खोल दिया गया, जबकि हैवी व्हीकल्स के लिए पुल बंद रखा गया और इसे हैवी व्हीकल्स के लिए प्रोटेक्शन वाल का कार्य पूरा होने पर खोलने की बात कही गई। उसके बाद एनएचएआई ने प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा और इसके बाद पुल को बड़े वाहनों के लिए खोलने का दावा किया गया। इसके बाद एनएचएआई ने 20 फरवरी तक प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य पूरा कर इसे बड़े वाहनों के लिए खोलने की संभावना जताई जोकि पूरी नहीं हुई। अब एनएचएआई प्रोटेक्शन वाल का निर्माण कार्य जल्द पूरा कर चक्की पुल को 20 मार्च पूरा तक हैवी व्हीकल्स के लिए खोलने का दावा कर रही है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विकास सुरजेवाला ने कहा कि प्रोटेक्शन वाल का लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और 20 मार्च तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, उसके बाद चक्की पुल को हैवी व्हीकल्स के लिए खोला जाएगा।