शिमला। हिमाचल में बहुचर्चित पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई करेगी। राज्य सरकार की सिफारिश के 6 माह बाद सीबीआई ने पेपर लीक मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि मामले की जांच डीएसपी दिनेश कुमार व रवींद्र कुश करेंगे। एफआईआर शिमला में दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि प्रदेश में बीते 27 मार्च को पुलिस विभाग में 1334 कांस्टेबलों व चालकों के 94 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई। 81 परीक्षा केंद्रों में पुलिस भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई। 5 अप्रैल को लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। मगर इससे पहले कि सरकार पुलिस भर्ती को लेकर आगे बढ़ पाती, पेपर लीक मामला मीडिया की सुर्खियों में आया। सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने पेपर लीक मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी की हैं।
मामला उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से चर्चा के बाद मई माह में इसकी सीबीआई जांच की सिफारिश की। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक पेपर लीक मामले में 116 अभ्यर्थियों समेत कुल 171 से अधिक आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनके खिलाफ शिमलाए कांगड़ा और सोलन के अर्की कोर्ट में तीन चार्जशीट दायर की जा चुकी हैं। 3 जुलाई को दोबारा लिखित परीक्षा कराई गई।
पेपर लीक मामले को कांग्रेस ने चुनाव तथा इससे पहले मुद्दा बनाया। कांग्रेस ने सरकार पर मामले की जांच में लीपा पोती करने का आरोप भी लगाया। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ चुनाव से पहले जारी पार्टी की चार्जशीट में भी शामिल किया। बहरहाल अब सीबीआई ने इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है। बीते 30 नवंबर को एफआईआर दर्ज होने के बाद अब सीबीआई जांच आगे बढ़ाएगी। जांच के बाद पेपर लीक मामले के असल दोषियों का पता चल सकेगा।