जवाली। पौंग झील में अभी तक करीबन 20 हजार प्रवासी पक्षी पहुंच चुके हैं तथा उनके आने का सिलसिला लगातार जारी है। पौंग झील में साइबेरिया, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अफ्रीका, अमरीका सहित अन्य बाहरी देशों से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं, जिनके आने से पौंग झील गुलजार हो जाती है। पौंग झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों की देखरेख में वन्य प्राणी विभाग जुट गया है।
वन्य प्राणी विभाग द्वारा प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए टीमों का गठन किया गया है जिसके अलावा दूरबीन के माध्यम से भी प्रवासी पक्षियों पर नजर रखी जा रही है। यह प्रवासी पक्षी सर्दियों का मौसम शुरू होते ही नवंबर माह में झील में पहुंचते हैं तथा अप्रैल माह तक झील में डेरा जमाए रखते हैं। बुद्धिजीवियों सहित पक्षी प्रेमियों ने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि पौंग झील किनारे खेती न होने दी जाए ताकि प्रवासी पक्षी पानी के बाहर आजादी से घूम सकें।
वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग ने प्रवासी पक्षियों की देखरेख के लिए टीमों का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रवासी पक्षियों का शिकार करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पौंग झील किनारे किसी को भी खेती नहीं करने दी जाएगी, अगर कोई ट्रेक्टर चलाता पाया गया तो ट्रेक्टर को जब्त कर लिया जाएगा तथा चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।