भानुपल्ली-बिलासपुर रेललाइन: सात अप्रैल से शुरू होगा 23 गांवों के लिए सर्वे, ड्राफ्ट रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेंगे

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के लिए बध्यात से आगे बरमाणा तक सामाजिक प्रभाव आकलन का कार्य पूरा हो गया है।

Update: 2022-03-29 04:36 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के लिए बध्यात से आगे बरमाणा तक सामाजिक प्रभाव आकलन (एसआईए) का कार्य पूरा हो गया है। अब स्टडी कर रही एजेंसी इसकी ड्राफ्ट रिपोर्ट एसडीएम को सौंपेगी। जिला प्रशासन संबंधित पंचायतों में इस रिपोर्ट को पब्लिश करेगा। उसके बाद संबंधित पंचायतों में जन सुनवाई की जाएगी।

बध्यात से आगे नौ गांव नोग, बल्ली बिल्ला,बल्ली जनेडा, भराथू, भटेड़ उपरली, बरमाणा और बग्गड़ हैं। इन गांवों की सामाजिक प्रभाव आकलन की रिपोर्ट स्टडी कर रही एजेंसी ने तैयार कर ली है। सरकार ने हिप्पा को इस स्टडी का कार्य सौंपा था, उसके बाद हिप्पा ने इसे किसी एजेंसी को आवंटित किया है। उक्त गांव के लोगों के साथ जमीन का मोलभाव नहीं बनने पर स्टडी करवाई गई है। अब इस रेललाइन के इन गांव को क्या फायदे और नुकसान होंगे। उसके आधार पर इनकी जमीन के दाम तय होंगे।
बध्यात से पीछे इस परियोजना के लिए 23 गांव की जमीन अधिग्रहण के लिए एसआईए स्टडी के बाद अब आरएंडआर सर्वे 7 अप्रैल से शुरू होगा। इन गांवों में इस सर्वे में रास्ते, बावड़ी के नुकसान, बेघर, भूमिहीन लोगों के पुनर्वास और स्थानांतरण के लिए भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता अधिकार नियम 2015 के नियम 6 के प्रावधानुसार जन सुनवाई होगी।
इस सर्वे के बाद उक्त गांव में लोगों को दी जाने वाली ग्रांट तय होगी। कोट, तुन्नु, कल्लर, मानवां, नौणी, डियारा,बामटा, बैहल कंडैला, बध्यात, खैरियां लुहणू, रामपुर, खणसरा, रघुनाथपुरा, कोहलवीं, धरोट, खैरियां, थापना, समलेटू, जब्बल, टिक्कर, दगड़ाहन, टाली और भटेड़ में यह सर्वे 7 से 11 अप्रैल तक किया जाएगा। इसमें प्रशासनिक अधिकारी तोरूल एस रविश खुद मौके पर मौजूद रहेंगी। एसडीएम बिलासपुर सुभाष गौतम ने बताया कि टीम ने एसआईए स्टडी का कार्य पूरा कर लिया है। इसकी ड्राफ्ट रिपोर्ट एजेंसी प्रशासन को देगी और उसके बाद भूमि अधिग्रहण से जुड़ी अन्य औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा।
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