चम्बा | चम्बा में मौसम के बिगड़े मिजाज ने काफी कहर बरपाया। तेज बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। रावी नदी का जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ने से बकानी के पास वर्षों पुराना पुल नदी के बहाव में तिनके की भांति बह गया। गनीमत रही कि इस दौरान पुल से कोई नहीं गुजर रहा था। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। उधर, चमेरा चरण-3 के पावर हाऊस के पास बिजली टावर क्षतिग्रस्त हो गया। इससे बिजली की तारें चूड़ी गांव से कुछ दूरी पर जमीन पर आ गिरीं, वहीं एनएच पर भी लाइन टूट कर गिर पड़ी। मार्ग बंद होने से वाहनों की आवाजाही बंद होने से किसी तरह का नुक्सान नहीं हुआ है। पठानकोट-भरमौर एनएच बनीखेत के निकट बैकुंठनगर में सड़क धंसने से यातायात के लिए बंद है, जिसे बहाल होने में समय लग सकता है।
चमेरा डैम में सिल्ट भरने के कारण उनकी सफाई के लिए डैम के गेट खोले गए हैं, ऐसे में रावी नदी में जलस्तर और बढ़ सकता है। प्रशासन ने सभी नागरिकों व पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं।
डीसी अपूर्व देवगन तथा एसपी अभिषेक यादव ने दोपहर को चम्बा बस स्टैंड में भी किनारे जाकर व्यवस्था का जायजा लिया तथा मौके पर तैनात टीम को सतर्क रहने के निर्देश दिए। लोथल पंचायत के प्रधान कुलदीप ने बताया कि पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित करके अधिकारियों और भारत सरकार को भेजा जाएगा कि चमेरा-3 की लाइनें गांव से बाहर की जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार का हादसा न हो। सहकारी बैंक के निदेशक ललित ठाकुर ने कहा कि मामला प्रशासन के समक्ष उठाया जाएगा। इन लाइनों में 235 मैगा वाट का करंट दौड़ता है।