Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: दरूही के बाद हमीरपुर जिले Hamirpur district की एक और ग्राम पंचायत ने शादी और बच्चे के जन्म जैसे मौकों पर किन्नरों को दिए जाने वाले भुगतान की दरें तय कर दी हैं। पिछले महीने दरूही ग्राम पंचायत ने फैसला लिया था कि बिना अनुमति के गांव में कोई फेरीवाला नहीं लगेगा। जबरन वसूली की शिकायतें मिलने के बाद पंचायत ने किन्नरों को दी जाने वाली राशि भी तय कर दी थी। अब दरीघनपट्टी कोट पंचायत ने फैसला लिया है कि किन्नर अब शगुन के तौर पर मनमानी मांग नहीं कर सकेंगे और उन्हें एक तय राशि दी जाएगी। शुक्रवार को उन्होंने बताया कि पंचायत ने बच्चे के जन्म पर 2100 रुपये और शादी के मौके पर 3100 रुपये शगुन तय किया है। पंचायत के आदेशों का पालन न करने पर नियमानुसार कार्रवाई करने का भी प्रावधान किया गया है। गुलशन ने बताया कि यह फैसला तब लिया गया जब कुछ ग्रामीणों ने पंचायत सदस्यों से शिकायत की कि किन्नर जबरन पैसे वसूल रहे हैं और मांगे गए पैसे न दे पाने वाले कुछ लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंचायत ने गुरुवार को हमीरपुर के जिला मजिस्ट्रेट को फैसले की एक प्रति सौंपी है। विवाह के लिए 2100 रुपये पंचायत ने बच्चे के जन्म पर 2100 रुपये और विवाह के अवसर पर 3100 रुपये शगुन के तौर पर तय किए हैं। ग्राम पंचायत प्रधान गुलशन कुमार ने यह जानकारी दी।