शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीते दो दोनों से हो रही भारी बारिश से एचआरटीसी की बस सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई है। सोमवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें जिन रूटों पर संचालित की गई थी, वह भी अभी तक अपने गंतव्य पर नहीं पहुंची हैं। एचआरटीसी की लगभग 600 बसें सड़कें बंद होने के कारण फंस गई हैं। वहीं 3700 रूट ठप हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मंडी के थट्टा में बादल फटने के कारण एचआरटीसी की बस बह गई, हालांकि स्टाफ सुरक्षित है। तो वहीं मंडी के धर्मपुर बस अड्डे में पानी भर गया है और बसें शिफ्ट कर दी गई हैं। सोमवार को एचआरटीसी की बसें ऊना-हमीरपुर, कुमारहट्टी-नाहन, सोलन-कुमारहट्टी, कांगड़ा-पठानकोट और नारकंडा-रामपुर रूटों पर ही संचालित हो सकी है।
जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश होने के कारण जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं, जिससे कि रूटों पर रवाना हुई बसें आधे रास्ते में ही फंस गई हैं। एचआरटीसी प्रबंधन ने चालक और परिचालकों को बसों के संचालन में खतरा मोल न लेने के सख्त आदेश जारी किए हैं। उनका कहना है कि सड़क पूरी तरह सुरक्षित होने पर ही बसों के संचालन के निर्देश दिए जाएंगे। बता दें कि जिला मंडी केथट्टा गांव में बादल फटने की वजह से एचआरटीसी की 47 सीटर बस बह गई हैं। यह बस सड़क बंद होने की वजह से 11 अगस्त से यहां खड़ी थी। रोहन चंद ठाकुर प्रबंध निदेशक एचआरटीसी ने बताया कि बादल फटने से बस बह गई है, एचआरटीसी का स्टाफ सुरक्षित है। मंडी जिले के धर्मपुर बस अड्डे में बाढ़ का पानी घुस गया है। निगम प्रबंधन ने बसों को बस अड्डे से बाहर शिफ्ट कर दिया है।