प्रदेश भर में योजना के तहत बनाए जाएंगे 2603 कलस्टर, हिम उन्नति योजना का ब्लू प्रिंट तैयार
शिमला: प्रदेश में किसानों की आय दोगुना करने के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट में हिम उन्नति योजना की घोषणा की थी। इस योजना को जमीनीस्तर पर उतारने के लिए ब्लू प्रिंट लगभग तैयार हो चुका है। इस योजना के तहत प्रदेशभर में 2603 कलस्टर स्थापित किए जाएंगे। इनमें से 889 क्लस्टर कृषि विभाग की ओर से चिन्हित कर लिए गए हैं, जबकि पहले चरण में सिर्फ 286 क्लस्टर में काम किया जाएगा। बुधवार को कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने सचिवालय में कृषि एवं संबद्ध विभागों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अनुकूल जलवायु, समृद्ध मृदा और प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। उन्होंने कृषि में प्रौद्योगिकी का उपयोग सुनिश्चित करने पर भी विशेष बल दिया।
उन्होंने अधिकारियों को ‘चलो गांव की ओर’ नीति को अपनाने तथा फील्ड में जाकर किसानों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए कहा। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कृषि आधारित प्रचार-प्रसार सामग्री का विमोचन भी किया। बैठक में विभिन्न कृषि गतिविधियों तथा हिमगंगा योजना पर प्रस्तुति भी दी गई। कृषि सचिव राकेश कंवर, निदेशक कृषि डा. राजेश कौशिक, निदेशक पशुपालन डा. प्रदीप कुमार शर्मा, हिमफेड के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र अत्री और विभिन्न जिलों से आए विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
1.65 लाख किसान कर रहे प्राकृतिक खेती
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में किसान सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पद्धति अपना रहे हैं। हिमाचल इस खेती में अन्य राज्यों के समक्ष आदर्श के रूप में उभरा है। वर्तमान में प्रदेश के लगभग दो लाख किसानों के लिए 6693 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाए जा चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश के 165221 किसान सफलतापूर्वक प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और प्रदेश की 3611 पंचायतों में इस पद्धति के माध्यम से खेती की जा रही है। सरकार पशुपालकों के लिए शीघ्र ही मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट लांच की जाएगी।