20 हजार परिंदों ने जमाया डेरा, पौंग झील प्रवासी पक्षियों से गुलजार, दीदार को उमड़ रही सैलानियों की भीड़
पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की आमद से झील गुलजार हो गई है तथा प्रवासी पक्षियों की चहचहाट व अठखेलियों को देखने के लिए पर्यटक भी पहुंचने शुरू हो गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की आमद से झील गुलजार हो गई है तथा प्रवासी पक्षियों की चहचहाट व अठखेलियों को देखने के लिए पर्यटक भी पहुंचने शुरू हो गए हैं। पौंग झील में अभी तक करीबन 20 हजार प्रवासी पक्षी पहुंच चुके हैं तथा प्रवासी पक्षियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। पौंग झील में साइबेरिया, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अफ्रीका व अमरीका सहित अन्य बाहरी देशों से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं जिनके आने से पौंग झील गुलजार हो जाती है। पौंग झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों की देखरेख में वन्य प्राणी विभाग जुट गया है।
प्रवासी पक्षियों कहां से आते हैं, इसकी परख करने के लिए प्रवासी पक्षियों के पंजों में रिंग भी डाले जाते है। बुद्धिजीवियों सहित पक्षी प्रेमियों ने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि पौंग झील किनारे खेती न होने दी जाए ताकि प्रवासी पक्षी पानी के बाहर आजादी से घूम सकें। वहीं वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग ने प्रवासी पक्षियों की देखरेख के लिए टीमों का गठन कर दिया है। अगर कोई प्रवासी पक्षियों का शिकार करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पौंग किनारे किसी को भी खेती नहीं करने दी जाएगी। कोई ट्रैक्टर चलाता पाया गया, तो जब्त कर लिया जाएगा।
इन पक्षियों का डेरा
ग्रेट क्रिस्टल ग्रेब प्रजाति के 7, ग्रेट करमोरेंट प्रजाति के 12, ग्रे हैरोन प्रजाति के 7, बार हैडिड गूज 17, ब्राह्मणी शैलडक 68, कॉमनटील के 497, नॉर्दर्न पिनटेल 875, कोमनकूट के 1118, ब्लैक हैडिड गल 100, ब्राउन हैडिड गल 67, यूरेशियन विजन 26, गॉडबैल 10 व प्रवासी पक्षियों सहित काफी संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचे हैं।