प्रदेश में 1.65 करोड़ सेब पेटी कारोबार, दो करोड़ बॉक्स तक सिमट सकता है सेब सीजन
शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष सेब सीजन दो करोड़ बॉक्स में सिमट सकता है। प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में सेब सीजन समाप्त होने वाला है, लेकिन अब तक मार्केट में केवल एक करोड़ 65 लाख बॉक्स सेब ही पहुंचा है। कृषि उपज मंडी समिति के उच्च अधिकारियों की माने तो अब 10 से 15 प्रतिशत सेब सीजन ही शेष बचा है। एचपी स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड का कहना है कि प्रदेश की विभिन्न मंडियों और सीधा बागबानों द्वारा बाहरी राज्यों को अब तक एक करोड़ 65 लाख बॉक्स सेब भेजा जा चुका है। इन दिनों उंचाई वाले क्षेत्रों से सेब की फसल मंडियों में पहुंच रही है। सेब की फसल पर इस वर्ष मौसम की बड़ी मार पड़ी है। भारी बारिश और ओलावृष्टि से इस वर्ष सेब का उत्पादन काफी हद तक प्रभावित हुआ है। एपीएमसी सोलन के सचिव डा. रविंद्र शर्मा का कहना है।
इस सीजन में अब तक परवाणू और सोलन मंडी में 21 लाख बॉक्स सेब का कारोबार हुआ है। वर्ष 2022 में इन दोनों मंडियों में 41 लाख बॉक्स सेब का कारोबार हुआ था। जिला किन्नौर के सेब ने अक्तूबर माह से मंडियों में दस्तक दे दी है। अभी इस माह किन्नौर जिला का सेब मंडियों मे पहुंचेगा। किन्नौर का रसीला सेब अपनी गुणवत्ता को लेकर काफी मशहूर है। बाहरी राज्यों के अलावा यह सेब विदेशों में भी निर्यात होता है। यहां का अधिकतर सेब कोल्ड स्टोर हो जाता है। नौणी विश्वविद्यालय के कृषि विशेषज्ञ डा. एसके भारद्वाज का कहना है कि जुलाई और अगस्त में हुई भारी बारिश से सेब उत्पादन प्रभावित हुआ है। सीजन के शुरुआत में बर्फबारी नहीं हुई। इसके बाद ओले गिरे, जिससे सेब की फसल को नुकसान हुआ। सेब उत्पादन के लिए मौसम का अनुकूल रहना जरूरी है।