2020 और 2021 में आत्महत्या करने वाले 1746 लोगों में 1212 विवाहित, शादीशुदा लोगों में कम हो रही सहनशक्ति
तनाव में हैं या उनकी तनाव सहने की क्षमता कम होती जा रही है। राष्ट्रीय स्तर पर जारी आत्महत्या की संख्या व कारणों के आंकड़े तो कुछ ऐसी ही कहानी बयां कर रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तनाव में हैं या उनकी तनाव सहने की क्षमता कम होती जा रही है। राष्ट्रीय स्तर पर जारी आत्महत्या की संख्या व कारणों के आंकड़े तो कुछ ऐसी ही कहानी बयां कर रहे हैं। 2020 और 2021 में आत्महत्या करने वालों की सूची में शादीशुदा पुरुषों की संख्या सबसे अधिक रही है, तो विवाहित महिलाओं का आंकड़ा दूसरे नंबर पर है। साल 2020 में प्रदेश में आत्महत्या के 857 मामले सामने आए, जिनमें 561 पुरुषों और 296 महिलाओं ने व 2021 में आत्महत्या के सामने आए कुल 889 मामलों में 614 पुरुषों और 275 महिलाओं ने विभिन्न कारणों से जान दे दी। 2019 के मुकाबले 2020 में प्रदेश में आत्महत्या के मामलों में 47.6 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया।
वहीं 2021 में यह आंकड़ा 3.7 फीसदी ज्यादा रहा। 2020 में प्रदेश में आत्महत्या करने वाले कुल 857 लोगों में से 586 यानि करीब 68 फीसदी विवाहित थे, तो 2021 में सुसाइड करने वाले कुल 889 लोगों में विवाहितों का आंकड़ा 626 यानि 70.4 प्रतिशत रहा। इनमें 2020 में पुरुषों की संख्या 374 और महिलाओं की 212 थी, तो 2021 में 436 विवाहित पुरुषों और 190 महिलाओं ने सुसाइड किया। 2020 में 171 पुरुषों और 79 महिलाओं सहित कुल 250 अविवाहित लोगों ने भी आत्महत्या की व 2021 में यह आंकड़ा 163 पुरुषों और 73 महिलाओं सहित 236 रहा। 2020 में सुसाइड करने वालों की सूची में चार विधुर और तीन विधवाएं शामिल रहीं तथा 2021 में दस विधुर और आठ विधवाओं सहित कुल 18 लोगों ने सुसाइड किया।
सबसे ज्यादा मामले हैंगिंग के
2021 में प्रदेश में आत्महत्या करने वालों में अधिकतर ने फंदा लगाकर जान दी। हैंगिंग के कुल 496 मामले हुए, जिनमें 370 पुरुष और 126 महिलाएं शामिल रहीं। वहीं 360 लोगों ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर मौत को गले लगाया। इनमें 227 पुरुष और 133 महिलाएं शामिल थीं। दस पुरुषों और छह महिलाओं सहित 16 लोगों ने नदी-नालों में कूद कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली व तीन पुरुषों और दो महिलाओं ने खुद को आग के हवाले कर दिया। उधर, देश भर में फंदे से लटक कर जान देने वालों का आंकड़ा 93580 रहा। जहरीली वस्तु के सेवन कर मरने वालों की संख्या 41197 रही।