'अंतर आत्मा की आवाज पर देंगे वोट'...कुलदीप बिश्नोई का कांग्रेस का आदेश मानने से इन्कार करते हुए कही ये बात
कांग्रेस हाईकमान से नाराज चल रहे आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा चुनाव में खेला करने की तैयारी में हैं
चंडीगढ़। कांग्रेस हाईकमान से नाराज चल रहे आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा चुनाव में खेला करने की तैयारी में हैं। कुलदीप ने राज्यसभा चुनाव में स्वयं का वोट पार्टी के आदेश की बजाय स्वयं की अंतर आत्मा की आवाज पर देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने बाकी विधायकों से भी कहा है कि वह भी अपनी अंतर आत्मा की आवाज पर राज्यसभा चुनाव में अपनी वोट डालें।
राज्यसभा चुनाव में खेला करने की तैयारी में कुलदीप बिश्नोई
हिसार व भिवानी से सांसद रह चुके कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य कुलदीप बिश्नोई हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। उनका कहना कि राहुल गांधी ने उन्हें अध्यक्ष अथवा विधायक दल का नेता बनाने का भरोसा दिलाया था। जब तक वह इस बारे में राहुल गांधी से बात नहीं कर लेंगे, तब तक न तो वह स्वयं और न ही उनके समर्थक कांग्रेस पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे। कुलदीप बिश्नोई बाकी कांग्रेस विधायकों के साथ रायपुर भी नहीं गये हैं।
राजस्थान में रणदीप सुरजेवाला को जिताने के लिए कहा
तीन जून को उनके पिता स्व. भजनलाल की पुण्यतिथि थी। अपने पिता की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने खूब राजनीतिक तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि अंतर आत्मा की आवाज पार्टी के आदेश से बड़ी होती है। इसलिए वह किसी के कहने पर राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं देंगे, बल्कि बाकी विधायकों से भी अनुरोध करेंगे कि वह अपने दिल और आत्मा की आवाज सुनें।
राजस्थान में कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला का समर्थन करते हुए कुलदीप ने कहा कि वह अच्छे नेता हैं। उन्हें जीतकर राज्यसभा जरूर जाना चाहिये। राजस्थान के विधायकों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर रणदीप सुरजेवाला को राज्यसभा में भेजने के लिए वोटिंग करनी चाहिये।
चौधरी उदयभान को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने से जुड़े सवाल पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि यह फैसला ठीक नहीं हुआ है। सिर्फ मैं ही नाराज नहीं हूं, बल्कि प्रदेश की जनता नाराज है। उनकी भावनाओं के अनुरूप यह फैसला नहीं हुआ है।
कांग्रेस छोड़ने से जुड़े सवाल पर कुलदीप ने कहा कि उनके पिता व वह जन्मजात कांग्रेसी हैं। कांग्रेस ही हमारी पहचान है। किसी दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के विदेश में होने की जानकारी मिली है। आठ या नौ जून के आसपास उनके साथ मीटिंग होने की संभावना है। यदि मीटिंग होती है तो उसके बाद तय करेंगे कि उनका अगला राजनीतिक कदम क्या होगा।
राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगने से जुड़े सवाल पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मैंने कोई समय नहीं मांगा है। यदि उन्हें मेरी जरूरत होगी तो वह स्वयं मुझे बातचीत के लिए बुलाएंगे। कांग्रेस द्वारा शहरी निकाय चुनाव सिंबल पर नहीं लड़ने के फैसला का विरोध करते हुए कुलदीप ने कहा कि यदि मेरे से राय ली जाती तो मैं सिंबल पर लड़ने की सलाह देता, क्योंकि प्रदेश में गठबंधन के प्रति नाराजगी है।
उन्होंने कहा कि आज की राजनीतिक परिस्थितियों में यदि विधानसभा चुनाव हो जाएं तो हंग (त्रिशंकु) असेंबली आने की संभावना बनेगी। यह स्थिति ठीक नहीं है, क्योंकि ऐसी स्थिति का फायदा भाजपा को मिलता है। यदि कांग्रेस चौधरी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का कोई फैसला लेती है तो वह कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए जी-जान एक कर देंगे।