फरीदाबाद न्यूज़: यमुना में लगातार पानी कम होता जा रहा है. भी यमुना में पानी कम होने से हालात सामान्य नजर आने लगे. यमुना में 44 हजार 525 क्यूसेक पानी था. जबकि शाम को इसमें 71 हजार 858 क्यूसेक पानी बह रहा था. सिंचाई विभाग के अधिकारी के मुताबिक जलस्तर अब खतरे के निशान से पौने दो मीटर नीचे आ चुका है.
अधिकतम जलस्तर 193.270 के मुकाबले अब 191 मीटर के आसपास चल रहा है. स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. जलस्तर अभी और नीचे आएगा, इससे यमुना के आसपास गांवों को बाढ़ जैसे हालात से राहत मिलेगी.
सिंचाई विभाग के मुताबिक, मोहना गांव के यमुना नदी पर बने पुल के नीचे यमुना का जलस्तर 191 मीटर से कुछ नीचे आ गया था. यहां पहाड़ में बारिश कम होने के कारण अब हथिनीकुंड से पहले की तरह पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. इस कारण हालात सामान्य होने जा रहे हैं.
अब यमुना का पानी खेतों से भी निकलता जा रहा है. बसंतपुर के डूब क्षेत्र से तो काफी हद तक निकल चुका है. मोहना पुल के पास भी काफी पानी उतर चुका है.
खेतों में भी घटने लगा:
प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि यहां का निरीक्षण कर उन्हें बर्बाद हो चुकी फसलों का उचित मुआवजा दिया जाए. यमुना के पास गांवों में इस बार बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हो चुका है. किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन को इससे निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने चाहिए. अगर व्यवस्थाएं दुरुस्त होती तो बाढ़ जैसा हालात उत्पन्न नहीं होते.
फिलहाल यमुना में और पानी बढ़ने की आशंका नहीं है. पानी लगातार कम होता जा रहा है. जब पहाड़ में बारिश होगी तो यमुना में पानी छोड़ा जाएगा. अगस्त और सितंबर माह में पानी आएगा, लेकिन उम्मीद है कि इस बार इतना पानी नहीं होगा कि इस तरह की बाढ़ आ जाए.
-अरविंद शर्मा, एसडीओ, सिंचाई विभाग