ग्रामीणों ने खुद पैसे खर्च कर शुरू किया मरम्मत का काम
जिला यमुनानगर के छछरौली ब्लॉक के रायपुर डमोली गांव के ग्रामीण पिछले 8 साल से सड़क बनने का इंतजार कर रहे हैं. शेरपुर से लेदी जाने वाली सड़क से ताहरपुर गांव से रायपुर डमोली जाने वाली करीब 5 किलोमीटर की सड़क जो दर्जनों गांवों को जोड़ने का काम करती है, करीब 8 साल से उसकी खस्ता हालत है.
जनता से रिश्ता। जिला यमुनानगर के छछरौली ब्लॉक के रायपुर डमोली गांव के ग्रामीण पिछले 8 साल से सड़क बनने का इंतजार कर रहे हैं. शेरपुर से लेदी जाने वाली सड़क से ताहरपुर गांव से रायपुर डमोली जाने वाली करीब 5 किलोमीटर की सड़क जो दर्जनों गांवों को जोड़ने का काम करती है, करीब 8 साल से उसकी खस्ता हालत है. विभाग ने अब यहां पैचिंग वर्क भी करना छोड़ दिया है, क्योंकि अब यह सड़क मरम्मत के लायक भी नहीं रही.
ग्रामीण विभाग को गुहार लगा-लगाकर थक चुके हैं. इस सड़क की हालत इतनी खस्ता है कि सड़क पर बने गड्ढों में पानी भर जाता है. जिससे वाहन चालक को तो काफी परेशानी आती है, साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चे भी इससे काफी प्रभावित होते हैं. वहीं विभाग तो गुहार लगा कर थक चुके ग्रामीणों ने अब खुद ही सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है. गांव के एक शख्स ने खुद से पैसे खर्च कर सड़क पर रेत बजरी डालना शुरू कर दिया है.
मंगलवार को प्रमोद कुमार नाम के ग्रामीण ने 5,000 खर्च कर रेत बजरी की रोली मंगवाई और उसे अपने ट्रैक्टर से सड़क पर बने गड्ढों में फैलाया. उनका कहना था कि जब से बीजेपी सरकार आई है तब से देश भर में सड़कों के काम चले हुए हैं. यमुनानगर जिले में भी लगभग सभी सड़कें सही हैं, लेकिन उनके गांव को आने वाली सड़क पिछले 8 साल से नहीं बनी है. यहां कई बार हादसे भी हो चुके हैं और वहीं बरसात के समय में तो यह रास्ता बिल्कुल बंद हो जाता है. ग्रामीणों का भी घर से निकलना मुश्किल हो जाता है और शहर से कनेक्शन टूट जाता है.
वहीं जब इस बारे में फोन पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने जल्द सड़क बनाने की बात कह कर मामला रफा दफा कर दिया. जिस वजह से अब उन्होंने ठानी है कि उनसे जितना हो सकेगा वह खुद के पैसे खर्च कर सड़क के गड्ढे भरने का काम करेंगे.