नूंह Nuh: पुलिस ने कथित तौर पर पुलिस अधिकारी Officer बनकर लोगों को ठगने और उन्हें झूठे झांसे में लेकर धमकी देने तथा पारिवारिक आपात स्थिति का हवाला देकर पैसे मांगने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले से अवगत पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने संदिग्धों की पहचान खेरली गांव के मोहम्मद खालिद और नूंह के औथा गांव के उसके साथी आकिल खान के रूप में की है। पुलिस के अनुसार, उनके पास से कई अपराधों में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने बताया कि एक सरपंच की शिकायत मिलने के बाद साइबर अपराध शाखा ने संदिग्धों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया, "संदिग्ध पुलिस उपाधीक्षक बनकर गांव के सरपंचों से पैसे ऐंठते थे। गिरोह के सरगना मोहम्मद खालिद ने पीड़ितों को यह विश्वास दिलाने के लिए अपने व्हाट्सएप पर पूर्व डीएसपी शमशेर सिंह की तस्वीर अपलोड की थी कि वह डीएसपी है।"
बिजारनिया ने बताया कि संदिग्धों को शुक्रवार रात शहर से गिरफ्तार किया गया और शनिवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया तथा सरगना को एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया, जबकि साथी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया, "पूछताछ के दौरान खालिद ने खुलासा किया कि वह पिछले साल नूंह में हुई हिंसा में भी शामिल था और उसने नूंह के अदबर चौक पर लोगों पर पथराव किया था।" पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 और 419 के तहत मामला दर्ज किया गया और कुछ ही घंटों में संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया।