रोहतक। बीते दिनों शीला बाईपास पर मनी ट्रांसफर की दुकान से पिस्तौल के बल पर 30000 रुपये की लूट हुई थी। पुलिस ने आईएमटी चौक से लूट के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। इस लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए लुटेरों ने सिविल लाइन से चोरी की गई बाइक इस्तेमाल किया था। यही नहीं आरोपी नशे की पूर्ति करने के लिए घटनाओं को अंजाम देते थे और 6 महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए।
13 सितंबर को रोहतक शीला बाईपास पर पिस्टल के बल पर लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने आईएमटी चौक से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से इन आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। जानकारी के अनुसार रोहतक जिले के निंदाना गांव का मोहित और खेड़ी साध गांव का मोहित दोनों दोस्त हैं और नशा करने के आदी हैं। दोनों के ऊपर अलग-अलग दर्जन भर से ज्यादा मामले दर्ज हैं। दोनों आरोपी 6 महीने पहले ही जमानत पर बाहर आए थे। दरसल दोनों आरोपियों ने सिविल लाइन से 6 सितंबर को एक बाइक चुराई थी और 13 सितंबर को शीला बाईपास पर स्थित मनी ट्रांसफर की दुकान में पिस्टल के बल पर 30000 की लूट की थी। जिसके बाद यह मामला चर्चा में आया और घटना की एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी। अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को आईएमटी चौक से गिरफ्तार किया है।
आईपीएस मेधा भूषण ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि दोनों आरोपी निंदाना व खेड़ी साध गांव के रहने वाले हैं, दोनों का एक ही नाम है और दोनों नशा करने के आदी हैं, जो अपने नशे की पूर्ति करने के लिए अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। उन्होंने कहा की हत्या का प्रयास स्नैचिंग लूट आदि घटनाओं के करीबन दर्जन भर से ज्यादा मामले दोनों आरोपियों पर हैं। 6 महीने पहले ही दोनों जमानत पर जेल से बाहर आए थे और आते ही इन्होंने इस घटना को अंजाम दे दिया।