गुरुग्राम में पिछले हफ्ते एक घर में पटाखे फटने के बाद गंभीर रूप से झुलसे तीन और लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसके साथ ही इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि 12 अक्टूबर को नखरोला गांव में हुई इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी. इसके साथ ही विस्फोट में घायल हुए सभी छह लोगों की मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक तनुज (14) और विष्णु कांत (40) ने शुक्रवार सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया जबकि सतीश (40) की बुधवार रात मौत हो गई थी.
पुलिस ने बताया कि इससे पहले 16 अक्टूबर को मकान मालिक भगवान दास उर्फ काला (40), उसके बेटे मनीष (20) और बेटी छवि (10) की मौत हो गई थी. सतीश काला के रिश्तेदार था जबकि तनुज उसका बेटा था. विष्णु कांत सतीश का ड्राइवर था. पुलिस के अनुसार 12 अक्टूबर की दोपहर घर में हुए भीषण विस्फोट में एक परिवार के चार सदस्यों, उनके एक रिश्तेदार और ड्राइवर सहित छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
मकान मालिक दास के खिलाफ खेड़की दौला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस के अनुसार, दास शादियों और अन्य कार्यों में उपयोग के लिए पटाखों की आपूर्ति करता था. खेड़की दौला थाना प्रभारी (एसएचओ) राजेंद्र सिंह ने कहा, "सभी घायलों की हालत गंभीर थी क्योंकि वे 90 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे और नौ दिन तक चले इलाज के बावजूद उनकी मौत हो गई."