राज्य की इस बेटी ने इंटरनेशनल कराटे प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल किया हासिल

हरियाणा न्यूज

Update: 2022-07-02 07:41 GMT
हरियाणा की बेटियां बेटों से कम नहीं है। प्रदेश की लड़कियों में जोश जब्बा, हिम्मत, जुनून व कुछ कर गुजरने का क्षमता है जहां हिसार जिले के गांव बनभौरी की दिव्या ने नेपाल में आयोजित ओपन इंटरनेशनल कराटे चैम्पियनशिप में गोल्ड जीत कर देश व हरियाणा का नाम रोशन किया है। दिव्या ने जो नेपाल में गोल्ड मेडल जीत कर जो इतिहास रचने का काम किया है।
दिव्या के परिजनों का कहना है कि आज के दौर में बेटियां बेटों से कम नहीं है। ऐसी बेटी को दिल से सलाम है। इससे पहले दिव्या नेशनल व राज्य स्तर पर आयोजित कराटे प्रतियोगिता में कई मैडल जीत चुकी है।

 

कराटे खिलाड़ी दिव्या ने कहा कि नेपाल में इटर नैशनल कराटे प्रतियोगिता में कम्पीटीशन काफी मुश्किल था फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी और फाइनल मैच में नेपाल की खिलाड़ी को हराकर भारत देश के लिए गोल्ड मैडल जीता है। उसने बताया कराटे खेल में आजाद सिंह कोच ने कराटे में हमेशा उसे आगे बढ़ाने का काम किया है। उसका अगला टागरेट कामनवेल्थ स्कूल गेम्स में हिस्सा लेकर मैडल हासिल करना चाहती है। उसने कहा कि मेेरे माता-पिता ने कराटे खेल को आगे बढ़ाने के लिए पूर सहयोग दिया और मेरा भाई भी कराटे खेल रहा है। दिव्या ने बताया कि नेपाल से पहले वह नेशनल व इटर राज्य स्तर कई प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर मैडल हासिल कर चुकी है।

 

खिलाड़ी के पिता सुरेंद्र ने कहा कि दिव्या पांचवी कक्षा में होर्स राइडिंग करती थी परंतु बाद में वह कराटे सिखने लगी और कराटे खेल में लगातार खेलों में वर्चस्व स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि कराटे खेल के लिए सुबह और शाम को खेल की तरफ ध्यान देती है और साथ आर्मी स्कूल में पढ़ाई कर रही है। पिता ने बताया कि दिव्या को बुखार हो गया था परंतु इसका जुजून इनता था कि वह नेपाल जाकर प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर भारत के लिए गोल्ड मैडल जितेगी है। वहीं माता मंजू बाला ने कहा कि मैंने मेरी बेटी के लिए काफी स्ट्रगल किया है। आज के दौर में बेटी बेटों में कोई अंतर नहीं है। बेटी भी अपने फिल्ड में आग बढ कर नाम रोशन कर रही है। उन्होने बताया कि अब तक राष्ट्रीय राज्य स्तर पर कई मैडल व प्रमाण पत्र हासिल किए है।
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