उफान पर है घग्गर नदी, रात को ठीकरी पहरा देकर खेत व गांव की सुरक्षा कर रहे ग्रामीण

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Update: 2022-07-25 14:14 GMT

सिरसा। घग्घर नदी इस समय उफान पर दिखाई दे रही है, जिससे ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ गई हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार सोमवार को सिरसा की घग्घर नदी में 20 हजार क्यूसिक पानी का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने से सिरसा की घग्घर नदी में जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। अगर जलस्तर इसी प्रकार बढ़ता रहा तो सिरसा वासियों के लिए घग्घर का पानी मुसीबत बन सकता है।

पहले भी कई बार बाढ़ की मार झेल चुके नदी किनारे बसे गांव
इससे पहले भी घग्घर नदी का जलस्तर बढ़ने से सिरसा में दो बार बाढ़ आ चुकी है। इससे घग्घर नदी से सटे दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट झेल चुके हैं। हालांकि सोमवार को घग्गर नदी का जल स्तर कुछ कम होने पर स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। रविवार को घग्घर में करीब 24 हजार क्यूसिक पानी था और देर रात यह पानी 20 हजार क्यूसिक दर्ज किया गया। हालांकि ग्रामीणों को अभी भी पहाड़ी इलाकों से घग्घर नदी में पानी आने का डर सता रहा है। नदी का जलस्तर कम होने के बावजूद भी ग्रामीण किसी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति की संभावना को देखते हुए ग्रामीण ठीकरी पहरा देकर अपने खेतों की सुरक्षा कर रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से भी बाढ़ से निपटने के इंतजाम करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए उनके गांवों में कोई प्रबंध नहीं किए है।
ग्रामीणों की मांग बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध करे प्रशासन
ग्रामीणों ने कहा कि घग्घर नदी के नजदीक उनके गांव में जलस्तर बढ़ गया है। ग्रामीणों के मुताबिक अगर पहाड़ी इलाकों में बारिश हुई तो सिरसा की घग्घर नदी का जलस्तर और बढ़ जाएगा, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ जाएगी। घग्घर नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी घग्घर नदी के नजदीक गांवों में जुटे हुए है और रात में ग्रामीण ठीकरी पहरा भी दे रहे हैं। ग्रामीणों और प्रशासन ने सिरसा जिला में घग्घर में बढ़ते जलस्तर की आंशका के चलते जेसीबी मशीन, मिटटी के गड्ढों समेत कई इंतजाम कर रखे हैं। घग्घर नदी के किनारे कई गांव ऐसे हैं, जो नदी में ज्यादा पानी आने के कारण डूब जाते हैं। इसलिए पहाड़ों में हो रही बरसात के चलते नदी का जलस्तर बढ़ने पर ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध करे, ताकि उनके गांवों को बाढ़ से बचाया जा सके।
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